February 8, 2025

PATNA : गौरीचक में युवक की गोली मारकर हत्या, थाना पर उग्र भीड़ ने किया पथराव, जान बचाकर भागे पुलिसकर्मी

* मां से सौ रुपये लेकर निकले इकलौते बेटे की हत्या की खबर से परिजनो में कोहराम
* पुलिस ने परिजनों को दुर्घटना बता शव पोस्टमार्टम कराने भेजा
* पोस्टमार्टम हाउस से शव लाकर थाना का घेराव, चार घंटे पटना-गया राजमार्ग जाम
* रैपिड एक्शन फोर्स और कई थानों की पुलिस के साथ पहुंचे एएसपी, संभाला हालात


फुलवारी शरीफ। पटना के गौरीचक पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां दिनदहाड़े एक 17 वर्षीय लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं गौरीचक पुलिस ने हत्या की वारदात को दुर्घटना बताते हुए परिजनों को खबर दिया और शव को नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। रोते-बिलखते जब मृतक के परिजन एनएमसीएच पहुंचे। वहां इमरजेंसी में लड़के को नहीं पाकर पोस्टमार्टम हाउस के पास गए तो पता चला है कि मृतक का पोस्टमार्टम पुलिस करा रही थी। वहीं परिजन पुलिस की इस कार्यशैली से भड़क उठे और शव को पोस्टमार्टम हाउस से वापस गौरीचक थाना के सामने लाकर रख पटना-गया रोड को जाम कर 4 घंटे तक जमकर हंगामा किया। इतना ही नहीं, आक्रोशित लोगों ने गौरीचक थाना पर पथराव कर पुलिसकर्मियों को खदेड़ दिया। सभी पुलिसकर्मी जान बचाकर थाना से फरार हो गये। वहीं अराजकता वाले माहौल में पटना-गया रोड में लोग बवाल काटने लगे। सड़क जाम से वाहनों की लंबी कतार लगी रही। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि आखिर क्या वजह थी कि पुलिस ने हत्या की घटना को दुर्घटना बताकर बगैर परिजन को बताये ही पोस्टमार्टम कराने पर तुली हुई थी। इस मामले में गौरीचक थानेदार की लापरवाही सामने आई है। मृतक के परिजनों ने गौरीचक थाना प्रभारी पर आरोप लगाया है कि हत्यारों से मिलीभगत कर लड़के की हत्या को दुर्घटना करार देकर शव का आनन फानन में पोस्टमार्टम कराने पर तुले थे। वहीं हो हंगामा की जानकारी मिलते हैं रैपिड एक्शन फोर्स के साथ सदर एएसपी कई थानों की पुलिस लेकर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। वरीय पुलिस अधिकारी ने मृतक के परिवार वालों को आश्वासन दिया है कि हत्यारों का जल्द से जल्द पता लगाकर गिरफ्तार किया जाएगा और इस मामले में जो भी पुलिस दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


मां से 100 रुपए लेकर घर से निकला था अंकित
घटना के बारे में बताया जाता है कि सैदनपुर निवासी अपने मां-बाप का इकलौता बेटा अंकित कुमार, पिता विनय सिंह अपनी मां से 100 रुपए लेकर घर से निकला। परिजनों के मुताबिक अंकित अपने दोस्त के साथ निकला था। उसे किसी ने कॉल कर बाहर बुलाया था। बताया जाता है कि दोस्त उसे बाइक पर बिठाकर कही ले जा रहा था। इसी दौरान पुनपुन सुरक्षा बांध पर कोली गांव के सामने हत्यारों ने अंकित के सर और पीठ में एक-एक गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई हत्या की वारदात से इलाके में सनसनी फैल गयी। वहीं अंकित की हत्या की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। लड़के की हत्या के बाद सैदनपुर और आसपास के कई गांव के सैंकड़ों ग्रामीणों ने घंटों पटना-गया सड़क को जाम कर शव को थाना के सामने रखकर प्रदर्शन करते रहे। आक्रोश का इजहार कर रहे ग्रामीण वरीय पुलिस अधिकारी से एक बात का जवाब मांग रहे थे कि गोली मारकर हत्या हुई तो पुलिस ने किसके दबाव या मिलीभगत में आकर दुर्घटना करार देने पर तुली हुई थी। इसके लिए मृतक के परिवार वालों के आने का इंतजार किये बगैर ही किन परिस्थितियों में शव का पोस्टमार्टम कराने में जुट गई थी।
ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ा
वहीं मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि गौरीचक थाना पुलिस ने जब परिवार में अंकित की दुर्घटना में घायल होने की बात बतायी तो रोते बिलखते परिवार के लोग गौरीचक थाना आये और फिर यहां से नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल गए। एनएमसीएच में इमरजेंसी वार्ड में अंकित को नहीं पाकर जब पोस्टमार्टम हाउस के पास पहुंचे तो देखा कि पुलिस अंकित के शव का पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई कर रही है। मृतक के सर में और पीठ में एक-एक गोली लगा देख परिजन हत्या की वारदात जानने से भड़क गए। जिसके बाद वहां पुलिस कर्मियों से तू-तू मै-मैं होने पर सभी पुलिस वाले भाग खड़े हुए। इसके बाद परिजनों ने शव को गौरीचक थाना के सामने पटना-गया मुख्य मार्ग पर रखकर हाईवे जाम कर दिया। इतना ही नहीं, परिजनों और ग्रामीणों ने थाना में मौजूद पुलिसकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ दिया। सैंकड़ों उग्र ग्रामीणों के तेवर देख थाना के सभी पुलिस वाले जान बचाकर भागे। मौके पर हालात काबू में करने के लिए गोपालपुर, परसा, रामकृष्णा नगर, पुनपुन, जीरो माइल, ट्रैफिक थाना समेत रैफ के जवानों को लेकर आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। सदर एएसपी ने परिजनों और आक्रोशित लोगों को हत्यारो की जल्द गिरफ्तारी और दोषी पुलिस वालो की जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद देर शाम छह बजे के बाद शव को पोस्टमार्टम कराने में पुलिस जुटी।


इकलौते बेटे की हत्या से मां बेसुध, बहन-पिता का रो रोकर बुरा हाल
घर के इकलौते चिराग के बूझने से उसकी मां-बहन पछाड़ खाकर बेहोश हो गई। रोते बिलखती मां होश में आने के बाद बार-बार यही रट लगाए जा रही थी कि उसके बेटे से किसी की क्या दुश्मनी थी, जो उसकी हत्या कर उसका कोख उजाड़ दिया। वहीं अंकित की एकमात्र बहन का भी रो-रोकर बुरा हाल था। मृतक के पिता विनय सिंह खेतों में काम कर परिवार चलाते हैं। बेटे की अच्छी पढ़ाई के लिए पटना में किराए का कमरा दिला रखा था। अंकित हाल में घर सैदनपुर आया था।
उसके दोस्तों के साथ ही हर पहलू पर तहकीकात
इधर, गौरीचक थनाध्यक्ष लालमणि दुबे ने बताया कि परिजनों ने घटना के बाबत किसी को नामजद नहीं कराते हुए अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस अंकित के पटना स्थित किराये के कमरे में रहने के दौरान उसके दोस्तों के साथ ही हर पहलू पर तहकीकात कर रही है। मृतक के मोबाइल को तलाशा जा रहा है। मोबाइल नंबर के सीडीआर को खंगाल कर तकनीकी अनुसंधान में पता चलेगा की हत्या की वारदात के समय अंकित किसके साथ था।

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