पटना : पारिवारिक कलह व आर्थिक तंगी के कारण युवक ने फांसी लगाकर दी जान
पटना । गोरिया टोली के पास होटल कुटीर में एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान ले ली। भूतनाथ रोड का 19 साल का ऋषि कुमार जियो कंपनी में काम करता था। उसे साढ़े नौ हजार रुपये मासिक वेतन मिलता था।
तीन भाई बहनों में ऋषि सबसे बड़ा था। घर की जिम्मेदारी ऋषि पर ही थी। वह सोमवार को होटल के कमरे में ठहरा। पहले उसने ब्लेड से नस काटी और उसके बाद प्लास्टिक की रस्सी का फंदा बनाकर झूल गया।
मंगलवार को जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला तब कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली से एसआई लाल बहादुर यादव और रविरंजन कुमार मौके पर पहुंचे। जांच में यह बात आई कि पारिवारिक कलह व आर्थिक तंगी के कारण उसने खुदकुशी की।
ऋषि की मां संगीता देवी की शादी मनोज साव से हुई थी। ऋषि तीनों भाई बहन मनोज के ही बच्चे हैं। 2004 में मनोज की मौत हो गई। इसके बाद संगीता ने झारखंड के जोसेफ साव से शादी कर ली।
जोसेफ रिटायर सैनिक थे और पटना में ही एक स्कूल में पढ़ाते थे। जोसेफ पहले से शादीशुदा थे। 2020 में जोसेफ संगीता और उसके बच्चों को छोड़कर अपनी पहली पत्नी के पास झारखंड चले गए।
इसके बाद से पूरे परिवार का भार ऋषि पर आ गया। ऋषि कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्रातक कर रहा था और नौकरी भी कर रहा था। जांच में यह बात आई कि घर चलाना उसके लिए मुश्किल हो गया था। वह काफी तनाव में रहता था। ऋषि के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वह फोन पर किसी से लंबी बात भी करता था।
संगीता ने बताया कि ऋषि रोज की तरह सोमवार को ऑफिस के लिए निकला था। जब वह ऑफिस नहीं पहुंचा तब दोपहर के समय उसके ऑफिस से फोन आया कि ऋषि घर पर तो नहीं है। इसके बाद घर वाले उसकी तलाश करने लगे। भाई ऋषभ ने कहा कि लगातार हमलोग फोन करते रहे लेकिन रिंग होते-होते फोन बंद हो गया। घर वालों ने परेशान होकर मंगलवार की सुबह अगमकुआं थाने में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था।