बाइकर्स गैंग के हमले में घायल युवक की मौत, पीएमसीएच में इलाज के दौरान तोडा दम
पटना। सिटी के मालसलामी थाना क्षेत्र में हाल ही में घटित एक दर्दनाक घटना ने एक बार फिर से शहर में बढ़ते बाइकर्स गैंग के आतंक को उजागर किया है। इस घटना में तेज गति से बाइक चला रहे बाइकर्स गैंग के दो सदस्यों की चपेट में आने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने विरोध स्वरूप युवक के शव को पुलिस स्टेशन के गेट पर रख दिया और पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। यह घटना केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि पटना में बढ़ते बाइकर्स गैंग के आतंक और पुलिस की लापरवाही का प्रतीक है। 6 अक्टूबर की शाम, मालसलामी थाना क्षेत्र के जलगदरपुर गली से दो बाइकर्स गैंग के सदस्य अत्यधिक गति से गुजर रहे थे। उनकी बेतरतीब बाइक राइडिंग से मोहल्ले के उत्तम कुमार उर्फ गुड्डू नामक युवक उनकी चपेट में आ गए। हादसे के बाद, उत्तम कुमार को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया। रविवार की रात, कई दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद, उनकी मृत्यु हो गई। उत्तम की मौत के बाद उनके परिवार और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना के बाद, उत्तम कुमार के शव को स्थानीय निवासियों ने विरोधस्वरूप मालसलामी पुलिस स्टेशन के गेट पर रख दिया। उनका कहना था कि अगर पुलिस पहले से ही बाइकर्स गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती, तो ऐसी घटना टल सकती थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, क्षेत्र में बाइकर्स गैंग का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से कई निर्दोष लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वे पुलिस की निष्क्रियता और असंवेदनशीलता से नाराज हैं। मालसलामी थाना प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया कि घटना में इस्तेमाल की गई बाइक को जब्त कर लिया गया है, लेकिन अभी तक पीड़ित परिवार की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि लिखित आवेदन मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस प्रतिक्रिया ने स्थानीय लोगों को और भी नाराज कर दिया है। लोगों का मानना है कि पुलिस को घटना की गंभीरता को समझते हुए स्वतः संज्ञान लेकर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए, बजाय इसके कि वह केवल लिखित शिकायत का इंतजार करे। पटना में पिछले कुछ वर्षों से बाइकर्स गैंग का आतंक तेजी से बढ़ा है। ये गैंग आमतौर पर तेज रफ्तार से बाइक चलाने, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने और सार्वजनिक स्थानों पर हंगामा करने के लिए कुख्यात हैं। इनकी गतिविधियों के कारण शहर में सड़क हादसे बढ़ रहे हैं और कई मासूम लोग इनकी लापरवाही का शिकार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये गैंग कई बार शिकायतों के बावजूद पुलिस की पकड़ से बाहर हैं, क्योंकि उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। कई बार इन गैंग के सदस्य खुलेआम शहर की सड़कों पर रफ्तार का खेल खेलते हैं, जिससे न केवल यातायात बाधित होता है, बल्कि लोगों की जान भी जोखिम में पड़ती है। इसके बावजूद, पुलिस प्रशासन की तरफ से किसी प्रकार की ठोस रणनीति या अभियान देखने को नहीं मिलता। लोगों का आरोप है कि पुलिस केवल दुर्घटना होने पर ही हरकत में आती है, जबकि उन्हें पहले से ही इन गैंग पर नजर रखकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने पहले ही बाइकर्स गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की होती, तो उत्तम कुमार की जान बचाई जा सकती थी। पुलिस की निष्क्रियता ने लोगों के मन में आक्रोश भर दिया है और अब वे सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस का केवल इतना कहना कि “लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी” उनकी जिम्मेदारियों से बचने का तरीका प्रतीत होता है। बाइकर्स गैंग के बढ़ते आतंक को रोकने के लिए पुलिस को तुरंत सक्रिय होना होगा। इसके लिए ठोस और दीर्घकालिक उपायों की जरूरत है। पुलिस को नियमित पेट्रोलिंग, तेज रफ्तार बाइक चलाने वालों के खिलाफ सख्त जुर्माना, और ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, स्थानीय लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है और ऐसी घटनाओं की सूचना पुलिस को समय रहते देनी चाहिए। पटना में बाइकर्स गैंग का आतंक अब एक गंभीर सामाजिक समस्या बन चुका है, जो न केवल लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि शहर की शांति और व्यवस्था को भी चुनौती दे रहा है। पुलिस प्रशासन को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।