पटना में दिनदहाड़े युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप

पटना। बिहार की राजधानी, एक बार फिर अपराध की बड़ी वारदात से दहल उठी है। फुलवारी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया, बल्कि पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ चुका है कि अब वे बेखौफ होकर दिन के उजाले में भी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या के पीछे कारण क्या था, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह आपसी रंजिश या पुरानी दुश्मनी का मामला बताया जा रहा है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि हत्यारों तक पहुंचा जा सके। इस वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस गश्ती और निगरानी व्यवस्था बेहद कमजोर हो गई है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बिहार में लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रह गया है। आम लोग जहां अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में व्यस्त रहते हैं, वहीं अपराधी खुलेआम हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सरकार और प्रशासन की ओर से अपराध नियंत्रण के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग नज़र आती है।इस घटना ने एक बार फिर ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या पटना जैसे बड़े शहर में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं? क्या पुलिस व्यवस्था इतनी कमजोर हो चुकी है कि अपराधी दिन में भी बेखौफ घूम सकते हैं। आम जनता अब सरकार से ठोस कार्रवाई और अपराध पर लगाम लगाने की मांग कर रही है। जब तक अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठाए जाएंगे और दोषियों को सज़ा नहीं मिलेगी, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने की उम्मीद करना बेमानी होगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इस मामले में कितनी जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर पाती है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कितनी संवेदनशीलता और तत्परता दिखाती है।

 

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