दीघा-राजीव नगर में भारी जन विरोध के बीच अगली सुनवाई 7 को, गृह स्वामियों ने कहा- अतिक्रमण का आरोप गलत

  • जमीन पर कोई रातों-रात मकान नहीं बन गया

पटना। राजधानी पटना के राजीव नगर में आवास बोर्ड के द्वारा अधिग्रहित भूमि पर बन चुके पक्के मकानों को अतिक्रमण कह कर तोड़ने संबंधी अंचलाधिकारी के नोटिस के बाद इलाके में भारी बवाल मचा हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इस नोटिस को लेकर प्रशासन समेत आवास बोर्ड पर गहरा आक्रोश जाहिर किया है। स्थानीय लोगों के सम्मिलित विरोध के बाद इस अतिक्रमण वाद में सुनवाई की अगली तिथि 7 जून निर्धारित की गई है। दीघा-राजीवनगर में विवादित 1024 एकड़ में 20 एकड़ जमीन कब्जा को लेकर प्रशासन बुलडोजर चलाने की योजना बना रही थी, लेकिन भारी जन विरोध के चलते कार्रवाई विचाराधीन करना पड़ा। अतिक्रमण वाद की अगली सुनवाई आगामी 7 जून को निर्धारित किया गया है। इस मामले में पक्ष रखने के लिए बिहार राज्य आवास बोर्ड को नोटिस किया गया है।
अतिक्रमण वाद को लेकर सोमवार को अपना पक्ष रखने के लिए सदर अंचल कार्यालय में हजारों की संख्या में संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों लोग पहुंच गये। भारी मात्रा में भीड़ देखते ही अंचल कार्यालय के कर्मी कांप गये और आसपास में जाम की स्थिति बन गयी। सदर अंचलाधिकारी के समक्ष लोगों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम वर्षों से घर बनाकर उक्त जमीनों पर रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण का आरोप गलत है। उल्लेखित जमीन पर कोई रातों-रात मकान नहीं बन गया बल्कि लंबी प्रक्रिया लगी। मकान बनने के दौरान एक बार भी प्रशासन अथवा आवास बोर्ड के द्वारा इसे अतिक्रमण बताकर रोकने की कोशिश नहीं की गई। अब जब पूरी जमा पूंजी लगाकर इस पर मकान बना कर लोग रह रहे हैं तब प्रशासन सीधे बुलडोजर चलाने पर आमादा है। उन्होंने बताया कि अधिग्रहित भूमि के किसानों को सरकार ने मुआवजा भले ही नहीं दिया हो लेकिन किसी के बहन, बेटी की शादी, बीमारी में जब भी जरूरत पड़ी है लोगों ने रुपए देकर जमीन खरीदा और कब्जा लेकर, गहना बेचकर घर बनाया और अचानक किसी के घर पर बुलडोजर चलाने की नीति कहां तक उचित हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि दीघा-राजीव नगर के आवास बोर्ड के द्वारा कथित रूप से अधिग्रहित 1024 एकड़ जमीन के निवासियों को लंबे अरसे से सरकार-भूमाफियाओं तथा प्रशासन के द्वारा छला गया है। जब लोग मकान बना रहे थे तब प्रशासन तथा आवास बोर्ड सोए हुए था। अब हिटलरशाही दिखाते हुए बुलडोजर चलाने की बात किया जा रहा है।

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