February 23, 2025

वर्ल्ड कैंसर डे विशेष : जिले के सभी प्रखंडो में लगेगा निशुल्क चिकित्सा परामर्श सह जागरूकता शिविर

* हर वर्ष बिहार में मिलते हैं 1.40 लाख से अधिक कैंसर के मरीज
* ‘क्लोज द केयर गैप’ होगी इस वर्ष की थीम


पटना। आधुनिक जीवनशैली, विभिन्न प्रकार के नशे की लत और तनाव कैंसर के प्रमुख कारक साबित हो रहे हैं। कैंसर के मरीजों को चिन्हित करने के उपरांत उनके उपचार एवं देखभाल की महत्ता को उजागर करने हेतु ‘क्लोज द केयर गैप’ को इस वर्ष की थीम के रूप में चुना गया है। बिहार राज्य में हर वर्ष करीब 1.40 लाख से अधिक कैंसर के मरीज पाए जाते हैं और इनमें से ज्यादातर मरीजों में स्क्रीनिंग के दौरान कैंसर एडवांस्ड स्टेज का पाया जाता है।
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर 4 से 10 फरवरी तक राज्य के जिला एवं अनुमंडलीय स्तरीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नि:शुल्क कैंसर रोग परामर्श शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविरों का मुख्य उद्येश्य जनमानस के बीच कैंसर के प्रति जागरूकता लाना तथा कैंसर के शुरूआती चरणों में ही इसका पता लगाकर निदान करना है। इन शिविरों में आने वाले मरीजों का चिकित्सक द्वारा कैंसर की स्क्रीनिंग के साथ कॉमन कैंसर जैसे- मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर आदि के संभावित लक्षणों एवं उससे बचाव के प्रति जागरूक किया जाएगा। शिविरों में सामान्य कैंसर रोग से संबंधित संदिग्ध व्यक्तियों को आइजीआइएमएस, एम्स, पटना, पीएमसीएच एवं महावीर कैंसर अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया जाएगा, इसके साथ ही इन अस्पतालो में निशुल्क कैंसर रोग परामर्श शिविर का आयोजन किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. मनोहर अगनानी के अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति (2017), आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के साथ कैंसर के क्षेत्र में विशिष्ट प्रयास किये जा रहे हैं। आशा एवं एएनएम द्वारा घर-घर जाकर 30 वर्ष से अधिक आयु की आबादी का पांच प्रमुख बीमारियों हाइपरटेंशन, डायबिटीज और ओरल, ब्रैस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर पहचान का काम किया जा रहा है और साथ ही कैंसर से बचाव के लिए जीवनशैली में परिवर्तन के लिए अपेक्षित जानकारी भी दी जा रही है। इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।

You may have missed