राज्य के 850 थानों में शुरू हुई महिला हेल्पडेस्क सेवा, 24 घंटे रहेगी महिला जवान की तैनाती
पटना। बिहार सरकार कमजोर वर्ग के विकास, सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाले अपराधों में पीड़ितों को न्याय दिलाने, कल्याण और मनोवैज्ञानिक अध्ययन के बाद उचित राय देने के लिए राज्य की पुलिस हर स्तर पर काम कर रही है। इसी कड़ी में आज दूसरे चरण में 350 थाना में महिलाओं हेल्प डेस्क खोला गया। वहीं पहले चरण 500 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गई थी जिसका शुरआत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी। दूसरे चरण में 350 थाना में महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई। जिसका उदघाटन डीजीपी आरएस भट्टी ने की। इसके लिए 3. 50 करोड़ रुपए भी दिया गया है। जिससे इन 350 थानों में डेस्कटॉप कम्प्यूटर और स्मार्टफोन खरीदा जाएगा। साथ साथ स्कैनर, प्रिन्टर, कुर्सी, टेबल और जागरुकता का सामान खरीदा जाएगा। बिहार के पुलिस थानों को महिलाओं के अनुकूल थानों में आने का माहौल बनाना। उचित सहयोग करना, महिलाओं से संबंधित मामलों का बिना देर किया निष्पादन करना है। 24 घंटे पीड़ित महिलाओं की सुनवाई से लेकर कार्रवाई तक महिला पुलिस पदाधिकारी ही करें। 500 थानों में महिला हेल्प डेस्क के बनाने के बाद से अब तक कुल 51776 महिलाएँ अपनी समस्याओं को लेकर महिला हेल्प डेस्क में आई। जिसमें 6952 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। 1737 मामलों को दूसरे विभागों के पास भेजा गया है। साथ ही 19026 मामलों में उचित कार्रवाई की गई है। अब कुल 850 महिला हेल्प डेस्क में 475 महिला पुलिस पदाधिकारी और 1982 महिला पुलिसकर्मी तैनात किया गया है। इस तरह अब कुल 850 थानों में 296 शहरी थाना और 554 ग्रामीण थाना है। आज पटना में 5 नए थानों की शुरुआत की गई। जिसमे अमहरा, सम्यागढ़, पचमहला, लहसुना और चित्रगुप्त नगर शामिल है। सभी थानों में नए थानेदारों को कार्यभार सौंप दिया गया।