बिहार के 20 फ़ीसदी थानों की कमान संभालेगी महिला एसएचओ, डीजीपी ने की घोषणा

पटना। बिहार सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हमेशा से प्रतिबद्ध रही है, और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसी क्रम में, बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरएस भट्टी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब राज्य के 20 प्रतिशत थानों की कमान महिला पुलिस अधिकारियों के हाथों में होगी। यह फैसला महिलाओं की भागीदारी को पुलिस विभाग में और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है। डीजीपी आरएस भट्टी ने जानकारी दी कि वर्तमान में बिहार पुलिस में लगभग 30,000 महिला पुलिसकर्मी हैं। इनमें से 223 महिलाएं राज्यभर के विभिन्न थानों में थाना प्रभारी या अतिरिक्त थाना प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। अब जल्द ही यह संख्या बढ़ाकर 20 प्रतिशत की जाएगी, यानी बिहार के 20 प्रतिशत थानों का नेतृत्व महिला पुलिस अधिकारी करेंगी। इसके अलावा, राज्य के प्रत्येक थाने में महिला ‘हेल्प डेस्क’ की स्थापना की गई है, जहां महिलाओं से संबंधित शिकायतों की सुनवाई और कार्रवाई महिला पुलिस अधिकारी द्वारा की जा रही है। यह पहल महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। डीजीपी ने यह भी कहा कि बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़ाने और उन्हें विभिन्न पदों पर नियुक्त करने के प्रयास लगातार जारी हैं। इसके साथ ही, उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों के लिए मौजूदा 25 लाख रुपये की सहायता राशि को बढ़ाकर 1.5 करोड़ रुपये करने की योजना का भी जिक्र किया। हालांकि, यह प्रस्ताव अभी अंतिम चरण में नहीं पहुंचा है, लेकिन इसे जल्द ही लागू करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। बिहार पुलिस कर्मियों की प्रोन्नति के मुद्दे पर बात करते हुए, डीजीपी ने बताया कि हाल ही में करीब 15,000 पुलिसकर्मियों को प्रोन्नति दी गई है और अब सभी कर्मियों को समय पर प्रोन्नति देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अतिरिक्त, बिहार में दो राष्ट्रीय मानक के साइबर फोरेंसिक लैब्स की स्थापना की जा रही है, जो पुलिस के कामकाज में तकनीकी दक्षता को और बढ़ाएंगे। इस प्रकार, बिहार सरकार और पुलिस विभाग मिलकर महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने और पुलिस बल को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।
