दहेज की भेंट चढ़ी नवविवाहिता : घरेलू कलह से तंग आकर महिला ने की खुदखुशी, कमरे में लटकी मिली लाश
खगड़िया। बिहार के खगड़िया जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के करना गांव में घरेलू कलह से तंग आकर एक शादीशुदा युवती ने फांसी पर झूलकर अपनी जान दे दी। वही इस मामले की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वही मृतक युवती की पहचान करना गांव के रहने वाले मुन्ना बैठा की पुत्री शहजादी खातून के रुप में की गई है। जानकरी के मुताबिक करना गांव के ही मो. मिनोज एवं शहजादी के बीच पिछले डेढ़ वर्ष पूर्व से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके बाद 6 माह पूर्व दोनों ने शादी कर ली थी। मगर इस शादी से युवक के परिवार वाले नाराज चल रहे थे। शादी के बाद से शहजादी खातून अपने पति मोहम्मद मिनोज के साथ अपने मायके में ही रह रही थी। गरीब परिवार होने के कारण घर में आर्थिक तंगी के कारण दोनों पति पत्नी में अक्सर झगड़ा भी होता था। वही बताया जा रहा है कि शहजादी खातून के ससुराल वालों ने दहेज में एक लाख रुपए देने के बाद ही उसे ससुराल में रहने की बात कही थी। मगर आर्थिक तंगी के कारण शहजादी के परिजन रुपए की व्यवस्था नहीं कर पाए थे। बता दे कि एक दिन पहले शहजादी के माता-पिता ने अपने दामाद मोहम्मद मिनोज को किसी काम के लिए 5 हजार रुपए दिए थे।
वही इस घटना के वक्त मां बहियार गई थी और पिता भी कहीं किसी काम से गए थे। घर में सिर्फ दोनों पति पत्नी ही थे। वही इस दौरान शहजादी खातून ने रस्सी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिजनों को घटना की जानकारी मिली तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वही थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने बताया कि घरवालों के द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर आगे की कारवाई की जाएगी। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजन ने अभी आवेदन नहीं दिया है। अपनी पुत्री का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे मुन्ना बैठा ने बताया पुत्री की शादी के बाद उसके ससुराल वालों ने दहेज में एक लाख रुपए की डिमांड की थी। इसके लिए एक वर्ष का समय दिया गया था। जिसके 6 माह बीत गए थे। दामाद भी मेरे ही घर पर रहता था। हमारे घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।