बिहार में बीजेपी 7 दिसंबर को दिखाएगी शक्ति प्रदर्शन, बाबा साहब की पुण्यतिथि पर अंबेडकर समागम का आयोजन
पटना। बिहार भाजपा 7 दिसंबर को संविधान निर्माता बाबा साहब के पुण्यतिथि पर पटना के मिलर स्कूल मैदान में अंबेडकर समागम का आयोजन कर रही है। वही इसकी तैयारी अंतिम चरण में है। भाजपा प्रदेश महामंत्री शिवेश राम ने आज इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इस समागम में प्रदेश के सभी जिले के बाबा साहेब अंबेडकर के अनुयायी भाग लेंगे। भाजपा दफ्तर में आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए राम ने कहा कि 6 दिसंबर को प्रदेश के सभी बूथों पर बाबा साहेब अंबेडकर के पुण्यतिथि मनाया जाएगा। वही इसके बाद 7 दिसंबर को मिलर स्कूल मैदान में संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर अंबेडकर समागम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि इस समागम में हजारों की संख्या में अंबेडकर अनुयायी पहुंचेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस भले ही आज अंबेडकर साहेब के नाम पर राजनीति कर रही हो, लेकिन इसने ही अंबेडकर जी को लोकसभा जाने से रोका। उन्होंने आगे कहा तब जनसंघ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बाबा साहेब के साथ खड़े हुए। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी आज बाबा साहेब से जुड़े 5 स्थान पंच तीर्थ का निर्माण कराया गया। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ बाबा साहेब के नाम का उपयोग किया।
वही इधर, प्रेस वार्ता में विधायक लखींद्र पासवान ने प्रदेश की नीतीश सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि बाबा साहेब के बताए मार्ग पर चलने वालों का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस ने संविधान निर्माता बाबा साहेब को भारत रत्न तक नहीं दिया। जब भाजपा के समर्थन की सरकार देश में पहली बार बनी तब देश के सर्वोच्च सम्मान से उन्हें सम्मानित किया गया। उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब कहा करते थे कि समाज के अंतिम व्यक्ति के विकास के बिना विकसित देश की कल्पना नहीं की जा सकती है। आज पीएम मोदी बाबा साहेब के सपने को पूरा करने में लगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि शराबबंदी के नाम पर दलित, महादलित को प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रदेश प्रवक्ता योगेंद्र पासवान ने लालू प्रसाद व नीतीश कुमार को नकली समाजवादी नेता बताते हुए कहा कि दलितों के लिए प्रमोशन में रिजर्वेशन समाप्त कर दिया गया। उन्होंने हाल ही में तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि आज दलित व आदिवासी भाजपा के साथ है, यही कारण यह परिणाम देखने को मिला। उन्होंने JDU के हाल ही में हुए भीम संसद पर निशाना साधते हुए कहा कि इस संसद में दलित नहीं बल्कि विकास मित्र और टोला सेवक की भीड़ जुटाई गई।