लालू के पापों के कारण तेजस्वी कभी नहीं बनेंगे सीएम, उनके पिता ही उनके रास्ते की सबसे बड़ी बाधा : विजय सिन्हा

पटना। बिहार की राजनीति में लगातार बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है। हाल ही में उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते, और इसके पीछे सबसे बड़ी बाधा खुद उनके पिता लालू प्रसाद यादव हैं। यह टिप्पणी तब आई जब लालू यादव ने मोतिहारी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कोई भी ताकत तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने से नहीं रोक सकती। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान विजय सिन्हा ने लालू यादव पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के “पापों” के कारण उनका परिवार राजनीति में सम्मान नहीं पा सकता। उनके अनुसार, लालू यादव का अतीत भ्रष्टाचार और गलत कार्यों से भरा हुआ है, जिसके कारण जनता उन्हें और उनके परिवार को कभी पूरी तरह से स्वीकार नहीं करेगी। विजय सिन्हा ने यह भी कहा कि लालू यादव का राजनीतिक व्यवहार और उनके परिवार का आचरण बिहार की जनता के लिए शर्मनाक है। llउन्होंने विशेष रूप से मोतिहारी में हुए कार्यक्रम का जिक्र किया, जहां लालू यादव के स्वागत में बार बालाओं का नृत्य हुआ। इसे लेकर विजय सिन्हा ने कहा कि यह बिहार की संस्कृति को कलंकित करने वाला दृश्य था। उन्होंने लालू यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर बिहार की राजनीति में किसी ने “खलनायक” की भूमिका निभाई है, तो वह लालू यादव ही हैं। विजय सिन्हा ने लालू यादव और उनके समर्थकों पर यह भी आरोप लगाया कि वे धर्म का राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बिहार की जनता को सम्मान और गौरव प्राप्त करने से रोकना चाहते हैं। विजय सिन्हा ने इफ्तार पार्टी के बहिष्कार के मुद्दे पर भी लालू यादव को घेरा। उन्होंने कहा कि जो लोग इफ्तार पार्टी का बहिष्कार कर रहे हैं, वे अपनी गंदी मानसिकता को उजागर कर रहे हैं। धर्म सबका होता है, लेकिन लालू यादव जैसे नेता इसे हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। विजय सिन्हा के इस बयान का मुख्य केंद्रबिंदु तेजस्वी यादव का राजनीतिक भविष्य था। उनका मानना है कि लालू यादव की छवि और उनके पुराने कारनामों के कारण तेजस्वी कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। बिहार की जनता ने लालू यादव के शासनकाल को देखा है, जिसे “जंगल राज” के रूप में याद किया जाता है। विजय सिन्हा ने यह भी संकेत दिया कि जनता ऐसे शासन को फिर से वापस नहीं लाना चाहती। बिहार की राजनीति में यह बयानबाज़ी कोई नई बात नहीं है। बीजेपी और आरजेडी के बीच हमेशा से तीखी राजनीतिक लड़ाई रही है। विजय सिन्हा का यह बयान उसी राजनीतिक संघर्ष का हिस्सा है, जिसमें आरजेडी पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा जाता। वहीं, दूसरी ओर लालू यादव और उनके समर्थक भी समय-समय पर बीजेपी पर पलटवार करते रहते हैं। विजय सिन्हा के इस बयान से साफ़ है कि बिहार की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी रहेगा। जहां एक ओर बीजेपी यह मानती है कि तेजस्वी यादव कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते, वहीं आरजेडी का दावा है कि बिहार में अगली सरकार उन्हीं के नेतृत्व में बनेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में जनता किसे अपना समर्थन देती है और बिहार की राजनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है।

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