पटना के गुलबी श्मशान घाट में घुसा पानी, लकड़ी से शवदाह करने पर लगी रोक
पटना। पटना में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण शहर के लगभग सभी घाट जलमग्न हो गए हैं, जिससे गुलबी श्मशान घाट पर लकड़ी से शवों के अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है। गंगा का पानी बढ़ने से इस घाट का निचला हिस्सा पूरी तरह डूब चुका है, जिसके चलते वहां पर लकड़ी जलाकर शवदाह करना संभव नहीं रह गया है। हालांकि, विद्युत शवदाह गृह अभी भी चालू है और लोग इसका उपयोग कर सकते हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने गुलबी घाट का निरीक्षण किया और वहां अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर का असर केवल पटना तक सीमित नहीं है, बल्कि बक्सर से लेकर मुंगेर तक कई जिलों में इसका प्रभाव देखा जा रहा है। पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी भी उफान पर है, जिससे दियारा इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इन इलाकों में निचले स्थानों पर स्थित झोपड़ियों में पानी घुस गया है और खेतों की फसलें भी डूब चुकी हैं। इस स्थिति को देखते हुए दियारा की पंचायतों में नाव चलाने की मांग की गई है। पटना के प्रमुख घाट, जैसे दीघा से लेकर दीदारगंज तक के सभी घाट पानी में डूब चुके हैं। इस वजह से गांधी घाट पर शनिवार और रविवार को होने वाली गंगा आरती को रोक दिया गया है। इसके अलावा, गांधी घाट पर जहाजों का परिचालन भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। बिहार पर्यटन विकास निगम ने यह निर्णय एहतियातन लिया है और बताया है कि जलस्तर सामान्य होने के बाद ही गंगा आरती और जहाज परिचालन को फिर से शुरू किया जाएगा। पटना के दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है, और राहत के उपायों पर काम किया जा रहा है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा का जलस्तर घटने लगा है, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि अगले 24 घंटों में पटना में भी गंगा का जलस्तर कम हो सकता है। फिलहाल, पटना में बाढ़ के हालात को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और नगर निगम ने सभी आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है, और जरूरतमंदों को आवश्यक सहायता पहुंचाने के लिए राहत कार्यों को तेज किया जा रहा है। गंगा के बढ़ते जलस्तर से पटना के कई इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन प्रशासन की ओर से किए जा रहे उपायों से उम्मीद की जा रही है कि स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। लोगों को सलाह दी गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।