बोचहां विधानसभा उपचुनाव : त्रिकोणीय मुकाबला में 7 बजे से मतदान शुरू, सभी बूथों पर पारा मिलिट्री फ़ोर्स तैनात
बोचहां, मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत बोचहां विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए कड़े सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को मतदान जारी है। इस बार मतदाताओं में युवाओं की बड़ी संख्या के कारण दलों का फोकस भी युवाओं पर है। यहां शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा क्षेत्र के मुशहरी और बोचहां प्रखंडों में कुल 350 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां रात में ही मतदान कर्मियों के साथ सुरक्षा बलों की टीम पहुंच गई थी। सुबह 7:00 बजे से इन सभी 350 पोलिंग बूथ पर वोटिंग जारी है। बोचहां के मैदान में कुल 13 उम्मीदवार हैं। इनके भाग्य का फैसला 290764 मतदाता करने वाले हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 153000 78 है तो महिला वोटरों की संख्या 137682 है। सभी मतदान केंद्रों पर मजिस्ट्रेट के साथ स्टैटिक फोर्स तैनात किए गए हैं। अर्धसैनिक बलों के जवानों को पोलिंग बूथ पर तैनात किया गया है।
सुबह 9 बजे तक 11.20 प्रतिशत मतदान, मतदाताओं में देखा जा रहा उत्साह
वही बोचहा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को जारी मतदान के तहत सुबह नौ बजे तक 11.20 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया हैं। बोचहां विधानसभा में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है। एनडीए ने बीजेपी पूर्व विधायक बेबी कुमारी को मैदान में उतारा है। बेबी कुमारी 2015 के चुनाव में दिग्गज रमई राम को हराकर विधायक बनी थी। बेबी की जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 35 विधायकों, चार मंत्रियों के अलावे कई बड़े नेताओं को एक विधानसभा में तैनात कर रखा है। बीजेपी के लिए यह सीट नाक की लड़ाई है क्योंकि इसी सीट के वजह से वीआईपी को इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। यह सीट 2020 के विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी की वीआईपी के हिस्से में चली गई थी और वीआईपी ने राजद से विधायक रहे मुसाफिर पासवान को उतारा था। उनकी जीत हुई थी। मुसाफिर पासवान के निधन यह सीट खाली हुई है इस वजह से मुसाफिर के बेटे अमर पासवान सहानुभूति वोट के उम्मीद लिए मैदान में हैं। हालांकि अमर पासवान ने इस बार पाला बदल लिया है।
वीआईपी के मुकेश सहनी के साथ मजबूती से दिखने वाले अमर पासवान अंतिम वक्त में राजद में शामिल हो गए। अमर पासवान के जीत के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव तीन बार मुजफ्फरपुर आए। राजद ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। तीसरी तरफ बिहार के दिग्गज पॉलीटिशियन रमई राम की बेटी गीता देवी वीआईपी से मैदान में हैं। रमई राम लंबे समय से राजद में थे। उन्हें उम्मीद थी कि राजद उनकी बेटी गीता देवी को टिकट देगी। लेकिन अंतिम समय में अमर पासवान को टिकट दे दिए जाने के बाद रमई राम ने तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और बेटी के साथ मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी में शामिल हो गए। वही मतदान के बाद 16 अप्रैल को मतों की गिनती होगी।