फतुहा : आरोपी को गिरफ्तार करने गयी तीन थाने की पुलिस पर भड़के ग्रामीण, मुखिया समेत चार नामजद, ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया मनमानी का आरोप
फतुहा। पटना के फतुहा में जेठुली श्मशान घाट के विवाद में महीनों पहले हुई फायरिंग व रोड़ेबाजी के मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने गयी तीन-तीन थाने की पुलिस पर ग्रामीण भड़क गये और पुलिस पर आरोपी को गिरफ्तार न करने का दबाव बनाया। पुलिस व ग्रामीण के बीच बढ़ते दबाव और विवाद के कारण पुलिस को आरोपी को गिरफ्तार किए बिना ही बैरंग वापस लौटना पड़ा। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा मनमानी करने के आरोप में पुलिस के खिलाफ जेठुली में बैठक आयोजित की तथा पुलिस की मनमानी पर रोक लगाए जाने की मांग की। दूसरी तरफ नदी थाना पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में जेठुली पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया अंजु देवी समेत चार नामजद व पचास अज्ञात महिला-पुरुष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली।
बताया जाता है कि बुधवार की रात नदी थाना, दिदारगंज थाना और फतुहा थाना की पुलिस नदी थाना कांड संख्या 167/21 व 169/21 के आरोपी जेठुली निवासी परमानंद राय को गिरफ्तार करने उसके घर पर पहुंची। जब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके घर की घेराबंदी की तो जेठुली की मुखिया व ग्रामीण वहां पहुंच गये। नदी थाना एसएचओ धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए घर की ओर आगे बढ़ी तो मुखिया जी ग्रामीणों के साथ मिलकर आरोपी को गिरफ्तार न करने का दबाव बनाने लगी तथा पुलिस के साथ विवाद करने लगी। उनके मुताबिक मुखिया जी से भी उसे गिरफ्तार करवाने के लिए काफी अनुनय-विनय किया गया लेकिन वह नहीं मानी। इधर, मुखिया अंजु देवी ने बताया कि पुलिस द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है। वह आरोपी के गिरफ्तारी के मामले की जानकारी लेने के लिए पहुंची थी।
विदित हो कि वर्ष 2020 के अगस्त महीने में जेठुली के महेंद्र दास की पत्नी चमेली देवी के निधन होने के उपरांत जेठुली श्मशान घाट पर शव को अंत्येष्टि को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हो गई थी। काफी मशक्कत के बाद उक्त महिला की अंत्येष्टि घाट पर की गई थी। इसके बाद इसी साल कुछ ही महीने पहले सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो जाने पर उसकी अंत्येष्टि को लेकर दो गुट फिर से आमने सामने हो गए थे तथा दोनों पक्ष के बीच जमकर फायरिंग व रोड़ेबाजी की गई थी। इसी मामले में नदी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कांड संख्या 167/21 का मामला दर्ज किया था तथा एक ग्रामीण विजेंद्र कुमार के द्वारा भी आरोपी के खिलाफ 169/21 का मामला दर्ज कराया गया था।