विधानसभा स्पीकर पद पर भाजपा का दावा,जदयू सहमत नहीं,सुलझ जाएगा पेंच
पटना।बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में सरकार गठन की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। आज मुख्यमंत्री आवास में एनडीए के चारों घटक दलों की बैठक जारी है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।राजग के अंदर सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने विधानसभा के स्पीकर पद पर अपना दावा ठोक दिया है।प्रदेश में विगत 15 वर्षों से विधानसभा के स्पीकर का पद जदयू के खाते में ही रहा है।मगर इस बार विधानसभा में जदयू के तुलना में अधिक सीटें लाने वाली भाजपा ने अचानक से स्पीकर पद पर अपना दावा ठोक दिया है।कहा जा रहा है कि भाजपा इस बार सिर्फ उपमुख्यमंत्री के पद पर संतोष नहीं करने वाली हैं।क्योंकि इस बार विधानसभा में जदयू को मात्र 43 सीटें मिली हैं।वहीं भाजपा के खाते में 74 सीटें आई हैं।ऐसे में 2005 से लेकर 2020 तक बिहार विधानसभा में स्पीकर का पद जो अब तक जदयू का रहा है।वह भाजपा ले जाएगी।इधर जदयू विजय कुमार चौधरी को स्पीकर बनाए जाने के पक्ष में है।जदयू के बड़े नेता तथा खुद नीतीश कुमार चाहते हैं कि विधानसभा के स्पीकर पद पर कोई फेरबदल नहीं हो।मगर ऐसा होना संभव नहीं दिखता है।क्योंकि भाजपा के पास 74 विधायक हैं।इसलिए भाजपा निश्चित तौर पर स्पीकर पद पर अपना दावा कतई नहीं छोड़ेगी। हालांकि भाजपा तथा जदयू के वरिष्ठ नेताओं के बीच स्पीकर पद को लेकर उलझे पेंच को सुलझा लेने का प्रयास किया जा रहा है।दरअसल इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण विधानसभा के स्पीकर पद का अहमियत काफी बढ़ गया है। खासतौर पर किसी दल के विधायकों के टूटे जाने के खतरे के समय विधानसभा अध्यक्ष का निर्णय आखिरी माना जाता है।जदयू ने 15 वर्षों से स्पीकर पद को अपने कब्जे में रखा था।मगर इस बार बिहार विधानसभा में भाजपा का स्पीकर बनना तय माना जा रहा है।