पटना के 4 लाख वाहन मालिकों का मोबाइल नंबर अपडेट नही, ई-चालान की नही मिलेगी जानकारी
- जुर्माना नहीं भरने पर बढ़ेगी कई मुश्किलें…ऑन स्पॉट भी कटेगा चालान…डॉक्यूमेंट नहीं होंगे अपडेट
पटना। राजधानी पटना के लगभग 4 लाख वाहन मालिकों को ई-चालान की कटौती की जानकारी नहीं मिल पाएगी। कारण यह है कि उनके वाहन रजिस्ट्रेशन (आरसी) से जुड़े मोबाइल नंबर गलत हैं, बंद हैं, या रजिस्ट्रेशन के समय दर्ज ही नहीं किए गए हैं। इसके बावजूद, उन्हें चालान की राशि समय पर भरनी होगी, क्योंकि जुर्माना चुकाए बिना वाहन के कागजात अपडेट नहीं किए जा सकते।
क्यों नहीं मिल रही जानकारी?
पटना में करीब 15 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें से तीन लाख वाहन मालिकों के पास अब भी पुराने आरसी बुक हैं। इनमें से करीब दो लाख वाहन मालिकों ने अपने आरसी को स्मार्ट आरसी कार्ड में बदलवा लिया है, लेकिन लगभग एक लाख वाहन अभी भी पुराने कागजात के साथ ही चल रहे हैं। इन पुराने आरसी बुक वाले वाहनों का डेटा ऑनलाइन सिस्टम में अपडेट नहीं है। इसका मतलब यह है कि ऐसे वाहन मालिकों को ई-चालान की कोई सूचना नहीं मिलती। ट्रैफिक पुलिस के लिए इन वाहनों पर कैमरों के जरिए जुर्माना लगाना भी मुश्किल हो जाता है। हालांकि, यदि ये वाहन ऑन-द-स्पॉट पकड़े जाते हैं, तो मौके पर चालान काटा जाएगा।
पुराने आरसी बुक और मोबाइल नंबर का संकट
2000 से 2008 के बीच खरीदी गई अधिकांश गाड़ियों के मालिकों को स्मार्ट आरसी कार्ड की जगह आरसी बुक जारी की गई थी। इसके बाद, 2009 से स्मार्ट आरसी कार्ड की शुरुआत हुई। स्मार्ट कार्ड का फायदा यह है कि इसमें वाहन और मालिक की पूरी जानकारी डिजिटल रूप से मौजूद रहती है। वहीं, पुराने आरसी बुक वाले वाहनों के डेटा को डिजिटल रूप से अपडेट करना अब भी एक चुनौती बना हुआ है। इसके अलावा, कई मामलों में वाहन मालिकों द्वारा रजिस्ट्रेशन के समय गलत मोबाइल नंबर दर्ज कराए गए थे, या उनका नंबर अब बंद हो चुका है।
ई-चालान और जुर्माना भरने की अनिवार्यता
पटना में वर्तमान में ट्रैफिक पुलिस द्वारा ई-चालान प्रणाली लागू है। यदि कोई वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर चालान का मैसेज भेजा जाता है। स्मार्ट आरसी कार्ड वाले वाहनों के मामले में यह प्रक्रिया सुगम है, लेकिन पुराने आरसी बुक वाले वाहनों के लिए यह संभव नहीं है। अगर वाहन मालिक का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है, तो चालान की सूचना वाहन चालक तक नहीं पहुंचेगी। लेकिन जुर्माना भरना तब भी अनिवार्य होगा, क्योंकि बिना बकाया राशि का भुगतान किए वाहन के किसी भी कागजात को अपडेट नहीं किया जाएगा।
जुर्माना और नियम उल्लंघन
नए नियमों के तहत, यदि वाहन मालिक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे कम से कम 1,000 रुपये का जुर्माना भरना होगा। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर लगने वाले दंड से बचने के लिए स्मार्ट आरसी कार्ड वाले वाहनों के मालिकों को समय पर मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी अपडेट करनी होगी।
समाधान और सुधार की जरूरत
पटना में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए वाहन मालिकों को अपनी जानकारी अपडेट करने के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है। पुराने आरसी बुक को स्मार्ट आरसी कार्ड में बदलवाने की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया जाना चाहिए। इसके साथ ही, मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाने चाहिए। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे वाहन मालिकों को समय पर चालान भुगतान के लिए प्रोत्साहित करें और पुराने वाहनों के डिजिटल डेटा को ट्रैफिक सिस्टम में शामिल करें। इसके अलावा, ऑन-द-स्पॉट चालान की प्रक्रिया को भी प्रभावी और पारदर्शी बनाना होगा। पटना के 4 लाख वाहन मालिकों के मोबाइल नंबर अपडेट न होने से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और ई-चालान भुगतान में जटिलताएं बढ़ रही हैं। हालांकि, इस समस्या का समाधान संभव है यदि वाहन मालिक और प्रशासन मिलकर इसे प्राथमिकता दें। समय पर जानकारी अपडेट कर, चालान और जुर्माने से बचा जा सकता है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुचारू रूप से चलाया जा सकेगा।