बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हो : सीएम नीतीश
- वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर अर्पित की गई भावभीनी श्रद्धांजलि
पटना। 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के अवसर पर शनिवार को वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क में आयोजित राजकीय समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आदमकद अश्वारोही प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, मंत्री विजय कुमार चौधरी,संजय कुमार झा, लेशी सिंह, जिवेश कुमार, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, पूर्व सांसद मीणा सिंह, पूर्व मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, विक्रम कुंवर, पूर्व महासचिव बिहार राज्य नागरिक परिषद् अरविंद कुमार सहित कई अन्य राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाबू वीर कुंवर सिंह की अश्वरोही प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, भजन कीर्तन, बिहार गीत एवं देशभक्ति गीतों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों से वार्ता करते हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज बाबू वीर कुंवर सिंह की याद में विजयोत्सव समारोह का आयोजन किया जाता है। बिहार में बहुत पहले से इस अवसर पर समारोह का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें हमलोग शामिल होते रहे हैं। दो साल से कोरोना के दौर के बाद आज मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला है। कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमलोगों ने ऐतिहासिक बातों को लेकर कई कार्यक्रम का आयोजन बिहार में किया है। इस पार्क में बाबू कुंवर सिंह की प्रतिमा को हमलोगों ने स्थापित करवाया एवं इस पार्क का नामकरण भी उनके ही नाम पर किया गया। इस पार्क का काफी विकास किया गया है ताकि यहां आनेवाली नई पीढ़ी के लोगों को इनके योगदान के विषय में जानकारी मिल सके। देश की आजादी में इनकी भूमिका को हमलोगों ने स्कूलों के सिलेबस में भी शामिल किया है ताकि सबको जानकारी मिले कि बाबू कुंवर सिंह का इस देश के लिए कितना महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हमारी इच्छा शुरू से रही है कि बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए। बाबू वीर कुंवर सिंह ने आजादी की लड़ाई सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि देश के कई प्रदेशों में जाकर लड़ी थी।
सीएम नीतीश ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह की याद में यूनिवर्सिटी का निर्माण पहले ही कर दिया गया था। हमलोगों ने उनकी याद में कई कार्य किये हैं। गंगा नदी में पुल का नामकरण भी उनके नाम पर किया गया है। कृषि महाविद्यालय का भी नामकरण उनके नाम पर किया गया। बाबू कुंवर सिंह के जन्म स्थान जगदीशपुर को विकसित किया गया है। जगदीशपुर में हमलोग जाते रहे हैं। हमलोग बचपन से ही बाबू वीर कुँवर सिंह जी के विषय में सुनते और जानते रहे हैं।
राजद के इफ्तार पार्टी में शामिल होने को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका पॉलिटिक्स से कोई मतलब नहीं है। इस तरह की इफ्तार पार्टी में सबको आमंत्रित किया जाता है। सरकार की तरफ से भी हम शुरू से इफ्तार पार्टी का आयोजन कराते रहे हैं। उसमें सभी पार्टी के लोगों को बुलाते हैं। इसी तरह दूसरी पार्टी के लोग भी इफ्तार पार्टी आयोजन करते हैं तो सभी पार्टी वालों को बुलाते हैं। कोई अगर मुझे बुलाता है तो हम ज हैं। उन्होंने मुझे आमंत्रित किया था तो मैं वहां गया था।