पटना में गोदाम में चोरी करने घुसे दो युवकों की पीट-पीटकर हत्या, मालिक सहित चार गिरफ्तार
पटना। दीघा थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें गोदाम में चोरी करने घुसे दो युवकों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना पॉलसन रोड स्थित एक ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग गोदाम की है। गोदाम में चोरी की नीयत से घुसे दो युवकों को गोदाम मालिक और उसके कर्मचारियों ने पकड़ लिया और बेरहमी से उनकी पिटाई की, जिसके बाद दोनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस ने गोदाम मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, गुरुवार की अहले सुबह करीब 3 बजे गोदाम में चोरी की कोशिश करते हुए दो युवक पकड़े गए। यह गोदाम ट्रांसफार्मर की मरम्मत के लिए उपयोग होता था। चोरों के पकड़े जाने के बाद गोदाम मालिक और उसके कर्मचारियों ने उन्हें कमरे में बंद कर दिया और बुरी तरह पीटा। जब युवकों की हालत गंभीर हो गई, तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई। दीघा थानाध्यक्ष अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों को दानापुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान दीघा इलाके के निवासी रोहित साह और पाटिलपुल निवासी राकेश राय के रूप में हुई। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद परिवार में मातम पसर गया। राकेश राय की पत्नी ने बताया कि राकेश बुधवार शाम 4 बजे घर से निकले थे और अगली सुबह पुलिस से सूचना मिली कि वह अस्पताल में हैं। जब परिवार अस्पताल पहुंचा तो देखा कि राकेश की मौत हो चुकी है। राकेश के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, मृतक रोहित साह की पत्नी नीशा देवी ने बताया कि उन्हें भी सूचना मिली कि उनके पति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन जब वे वहां पहुंची, तो पति की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने घटनास्थल से गोदाम मालिक राहुल और उसके तीन अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। दीघा थानाध्यक्ष ने बताया कि पिटाई गोदाम मालिक राहुल और उसके ड्राइवर समेत अन्य कर्मचारियों द्वारा की गई थी। पुलिस की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है, और लोग इस तरह की हिंसा की निंदा कर रहे हैं। इस घटना ने एक गंभीर सामाजिक और कानूनी मुद्दा खड़ा कर दिया है। चोरी एक अपराध है, लेकिन कानून हाथ में लेना और इस तरह की हिंसात्मक कार्रवाई किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है। यह घटना यह सवाल उठाती है कि क्या कानून-व्यवस्था का पालन करना और अपराधियों को पुलिस के हवाले करना सही तरीका नहीं होता? गोदाम मालिक और उसके कर्मचारियों द्वारा किया गया यह कृत्य न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि अमानवीय भी है। घटना की जांच चल रही है, और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस घटना में और भी लोग शामिल थे। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे मामलों में जनता से अपील की जाएगी कि वे खुद कानून हाथ में लेने के बजाय पुलिस को सूचना दें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। यह घटना न केवल कानूनी रूप से गलत है, बल्कि मानवता के खिलाफ भी एक गंभीर अपराध है। चोरी की कोशिश कर रहे युवकों को पकड़कर पुलिस को सौंपना सही होता, लेकिन गोदाम मालिक और कर्मचारियों ने कानून को अपने हाथों में लेकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई जारी है, और इस घटना की जांच के बाद सभी जिम्मेदार लोगों पर कठोर दंड लागू किए जाने की संभावना है।