लालू के ऑफर बोली मीसा भारती, कहा- वे दोनों पुराने दोस्त, वे क्या करेंगे वही दोनों जाने, हमसे मत पूछिए
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के हालिया बयान ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। नए साल के पहले दिन एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अप्रत्यक्ष रूप से राजद में शामिल होने का ऑफर दिया। लालू ने कहा कि उनके दरवाजे नीतीश के लिए हमेशा खुले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि नीतीश राजद का साथ चाहते हैं, तो वे उन्हें खुशी-खुशी स्वीकार करेंगे और मिलकर काम करेंगे। लालू ने यह बात पुराने मतभेदों को भुलाने की बात कहते हुए जोड़ दी कि वे नीतीश को माफ करने के लिए तैयार हैं। लालू यादव के इस बयान के बाद उनकी बेटी और पटना से सांसद मीसा भारती ने अपनी प्रतिक्रिया दी। शनिवार को उन्होंने पिता और नीतीश के रिश्ते को ‘पुरानी दोस्ती’ के संदर्भ में समझाया। मीसा ने कहा कि ये दोनों नेताओं का आपसी मामला है, और वे खुद इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी। जब उनसे पूछा गया कि एक ही परिवार से अलग-अलग बयान क्यों आ रहे हैं, तो उन्होंने इसे टालते हुए कहा कि इस तरह की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। लालू यादव और नीतीश कुमार की राजनीतिक मित्रता और दूरी का इतिहास लंबा रहा है। ये दोनों नेता पहले भी साथ काम कर चुके हैं, लेकिन समय-समय पर उनकी राहें अलग होती रही हैं। लालू द्वारा दिया गया यह ऑफर उनके संबंधों को फिर से जोड़ने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और यह बयान बिहार की राजनीति में क्या प्रभाव डालता है।
ऑफर पर सवाल पूछा तो नीतीश ने मुस्कुराते हुए जोड़े थे हाथ
सीएम नीतीश से गुरुवार को मीडिया ने लालू के ऑफर को लेकर सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़ लिए। राज्यपाल आरिफ खान ने जवाब देते हुए कहा कि ‘आज शपथ ग्रहण का दिन है। पॉलिटिकल बातें नहीं करनी चाहिए। लालू-तेजस्वी से मुलाकात के सवाल पर राज्यपाल ने कहा ‘इन सभी लोगों से 1975 से रिश्ता रहा है। इनके शहर आया हूं। मिलना हमारा फर्ज बनता है। सभी बातों को राजनीति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। 2 जनवरी को बिहार के नवनियुक्त राजपाल आरिफ खान ने राजभवन में शपथ ली। इस दौरान सीएम नीतीश, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत नीतीश मंत्रिमंडल के कई मंत्री मौजूद थे। नीतीश ने राजेन्द्र मंडपम में एंट्री की और पहली कतार में बैठे तेजस्वी के पास चले गए। सीएम को आता देख पहली कतार में बैठे सभी लोग खड़े हो गए। सीएम ने तेजस्वी के कंधे पर हाथ रखा और दोनों ने एक दूसरे का मुस्कुराते हुए हाल चाल पूछा। सीएम नीतीश और तेजस्वी की ये तस्वीर खूब वायरल हुई।