बिहटा में ट्रक ने डंपर में मारी टक्कर, एक घायल, वाहन समेत ड्राइवर फरार
बिहटा। पटना जिले के बिहटा क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना के दौरान डंपर और ट्रक की भिड़ंत हुई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। यह घटना देर रात आईआईटी थाना क्षेत्र के यमुनापुर गांव के पास हुई। जानकारी के अनुसार, एक डंपर ट्रक अनियंत्रित होकर खड़े ट्रक से टकरा गया। इस हादसे में डंपर का चालक मामूली रूप से घायल हुआ, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के पीछे मुख्य कारण डंपर ट्रक का आगे का टायर फटना बताया गया। यह डंपर बालू लादकर रानिया तालाब से बिहटा की ओर जा रहा था। टायर फटने के कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और सड़क किनारे खड़े बालू लदे ट्रक से जा टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि डंपर और खड़े ट्रक दोनों को भारी क्षति पहुंची। हालांकि, घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल चालक को बाहर निकालकर तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को सूचित करने के बाद, वे मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त ट्रक को जब्त कर लिया। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए ट्रक को सड़क किनारे हटा दिया गया। दुर्घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने कहा कि ठंड के मौसम और कोहरे के कारण इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। विशेष रूप से देर रात और तड़के के समय चालक कोहरे और ठंड के कारण दृश्यता की कमी का सामना करते हैं, जिससे दुर्घटनाएं अधिक होती हैं। आईआईटी थानाध्यक्ष विवेक कुमार ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने कहा कि घायल चालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और यातायात को सामान्य कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और फरार डंपर चालक की तलाश जारी है। यह घटना सड़क सुरक्षा और वाहनों की तकनीकी जांच की आवश्यकता पर भी सवाल खड़े करती है। टायर फटने जैसी घटनाएं अक्सर लापरवाही या वाहनों की खराब देखभाल का परिणाम होती हैं। स्थानीय प्रशासन और ट्रांसपोर्ट विभाग को इस दिशा में कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। बिहटा की यह दुर्घटना सड़क सुरक्षा को लेकर एक गंभीर चेतावनी है। बढ़ते कोहरे और ठंड के मौसम में यातायात नियमों और सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। प्रशासन को सड़क पर खड़े वाहनों के प्रबंधन और नियमित जांच पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही, वाहन चालकों को अपने वाहन की स्थिति का समय-समय पर निरीक्षण करने और सुरक्षित ड्राइविंग सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।