वैशाली में ट्रक ने दो बाइक सवार को कुचला, मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन

वैशाली। बिहार के वैशाली जिले में मंगलवार को हुए एक भीषण सड़क हादसे ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया। औद्योगिक थाना क्षेत्र के चौरसिया चौकी पर तेज रफ्तार और अनियंत्रित ट्रक ने दो बाइक सवार युवकों को कुचल दिया। हादसा इतना भयावह था कि बाइक के टुकड़े-टुकड़े हो गए और एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे युवक को गंभीर हालत में सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवारों को बुरी तरह से टक्कर मारी, जिससे दोनों युवक सड़क पर गिर पड़े। घटनास्थल पर एक युवक ने तुरंत दम तोड़ दिया, जबकि दूसरा युवक अस्पताल पहुंचने तक जिंदगी की जंग हार गया। यह हादसा चौरसिया चौकी के पास हुआ, जो औद्योगिक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस दर्दनाक घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने हाजीपुर-पटना मार्ग को जाम कर दिया, जिससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम के कारण हजारों यात्री जहां-तहां फंस गए और स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दोषी ट्रक चालक को कड़ी सजा देने की मांग की। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने और सड़क से हटाने की कोशिश की। हालांकि, प्रदर्शनकारियों का आक्रोश चरम पर था, और वे सड़क जाम हटाने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रक चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाया जाएगा। इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों में मातम छा गया। परिवार के सदस्य घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे। उनकी चीख-पुकार ने माहौल को और भी गमगीन बना दिया। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से उचित मुआवजे और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है। इस हादसे ने एक बार फिर राज्य में सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों की समस्या को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि चौरसिया चौकी क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इन हादसों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। वैशाली में हुआ यह हादसा न केवल मृतकों के परिवारों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों के लिए गहरा आघात है। यह घटना सड़क सुरक्षा पर प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी है। स्थानीय प्रशासन को तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। वहीं, पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय और आर्थिक सहायता प्रदान करना आवश्यक है ताकि उनके दुख को कुछ हद तक कम किया जा सके।
