पालीगंज में ट्रैक्टर ने बाइक सवार दंपति को रौंदा, पति की मौत, पत्नी की हालत गंभीर
पटना। बिहार के पालीगंज के चंढोस गांव में शनिवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार पति-पत्नी को कुचल दिया। इस हादसे में पति बाबूनंद चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी उर्मिला देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायल महिला का इलाज पालीगंज अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है। इस हादसे के बाद से पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और पूरे गांव में शोक की लहर है। घटना की जानकारी के अनुसार, बाबूनंद चौधरी अपनी पत्नी उर्मिला देवी के साथ सुबह-सुबह बाइक से दानापुर कोर्ट जा रहे थे। इसी दौरान चंढोस गांव के पास एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाबूनंद की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। ट्रैक्टर चालक घटना के तुरंत बाद ट्रैक्टर लेकर मौके से फरार हो गया। घायल उर्मिला देवी को आसपास के लोगों ने तुरंत पालीगंज अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। फिलहाल, मृतक की पत्नी का अस्पताल में इलाज जारी है और उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस हादसे के बाद मृतक के भाई दिलीप चौधरी ने इसे साजिश करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के ही एक अन्य पक्ष ने इस घटना को जानबूझकर अंजाम दिया है। उनका कहना है कि कुछ महीने पहले सितंबर में गांव के ही कुछ लोगों के साथ मारपीट हुई थी, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच अदालती केस चल रहा था। उसी केस के सिलसिले में बाबूनंद और उनकी पत्नी आज दानापुर कोर्ट जा रहे थे। दिलीप चौधरी का कहना है कि ट्रैक्टर चालक ने रॉन्ग साइड से आकर जानबूझकर उनके भाई और भाभी को कुचल दिया। दिलीप के आरोप से यह साफ होता है कि इस हादसे के पीछे कोई पुरानी दुश्मनी हो सकती है। गांव के माहौल को देखते हुए यह संभव है कि कुछ लोगों ने बदले की भावना से यह घटना की हो। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में किसी प्रकार की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है और पूरी घटना की जांच चल रही है। इस मामले को लेकर सीगोरी थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार शाह ने बताया कि चंढोस गांव के पास सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और एक महिला घायल है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायल महिला का इलाज चल रहा है। फिलहाल, घटना के बाद से ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर सहित फरार है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है और उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम तैनात की गई है। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार शाह ने आगे बताया कि मृतक के परिजनों की तरफ से अभी तक कोई लिखित शिकायत थाने में दर्ज नहीं की गई है। परिजनों से लिखित शिकायत मिलने के बाद ही कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस हादसे के बाद चंढोस गांव में शोक का माहौल है। बाबूनंद चौधरी के परिवार में कोहराम मच गया है। उनके परिवार के लोग और गांव के लोग इस दुखद घटना से बेहद आहत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बाबूनंद एक सरल और नेक इंसान थे, जो हमेशा अपने परिवार के साथ खुश रहते थे। उनकी अचानक हुई मौत से पूरा परिवार सदमे में है। परिवारवालों का कहना है कि बाबूनंद का किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन सितंबर में हुई मारपीट के बाद से ही उन्हें धमकियां मिल रही थीं। इस घटना के बाद अब परिजनों की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले। इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। तेज रफ्तार ट्रैक्टर के कारण हुए इस हादसे में एक परिवार उजड़ गया। ग्रामीणों का कहना है कि चंढोस गांव के पास सड़क पर अक्सर तेज रफ्तार वाहनों का आना-जाना होता है और प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं देता। सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी के कारण आए दिन यहां पर हादसे होते रहते हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाता। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने सड़क सुरक्षा के उपाय किए होते और तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाई होती, तो शायद इस तरह की घटना टल सकती थी। इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण आम लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। पालीगंज के चंढोस गांव में हुए इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है। बाबूनंद चौधरी की असमय मृत्यु से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनकी पत्नी उर्मिला देवी गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। परिवार ने इस हादसे को साजिश करार दिया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। इस घटना से यह साफ होता है कि सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक जागरूकता की कमी के कारण आम लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों को कब तक गिरफ्तार किया जाता है। परिवार और ग्रामीणों को न्याय का इंतजार है और उम्मीद है कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को सजा जरूर मिलेगी।