खेलो इंडिया यूथ टूर्नामेंट 2025 का बिहार में होगा आयोजन, केंद्रीय खेल मंत्री ने की घोषणा
पटना। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को कहा है कि ‘खेलो इंडिया यूथ टूर्नामेंट 2025 का आयोजन बिहार में होगा। देश भर के खिलाड़ी यहां आयेंगे और प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया गुरुवार को पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में बिहार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिले, इसके लिए केंद्र सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को खेल में शामिल होने के लिए मैं अनुरोध करता हूं।
बिहार में खेल के प्रति बढ़ रहा रुझान
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वो बिहार के खिलाड़ियों की खेल के प्रति रुची को देखकर काफी खुश हुए हैं। साथ ही उन्होंने राजगीर में आयोजित हुई एशिया महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की जीत पर बधाई दी। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि वो खुद वहां मौजूद थे, खिलाड़ियों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि खेल को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं।
खेल में कॅरियर देख रहे युवा
मनसुख मांडविया ने कहा कि खिलाड़ियों को जमीनी स्तर से प्रशिक्षित किया जा रहा है और हॉकी खिलाड़ी आज इसका उदाहरण हैं। राज्य सरकार खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने पर सरकारी सेवाओं में नौकरी दे रही है, ये बड़ी बात है। मैं देश के युवाओं को संदेश देना चाहता हूं कि खेल में भी कॅरियर है। इसे करियर के रूप में अपना सकते हैं। आप लोग खेलिए और फिट रहिए। इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा था कि भविष्य में भी बिहार में अन्य राष्टीय और अंतरराष्टीय खेलों के आयोजन किए जाएंगे। भारत की हॉकी टीम बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
खेल को बढ़ावा देने के लिए हो रहे काफी प्रयास
इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को कहा था कि भविष्य में भी बिहार में अन्य राष्टीय और अंतरराष्टीय खेलों के आयोजन किए जाएंगे। भारत की हॉकी टीम बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि खेल क्षेत्र में जिस तरह से बदलाव हो रहा है, उसे देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2047 में जब देश आजादी की शताब्दी मनाएगा, तो खेल क्षेत्र में देश 1 से 5वें स्थान पर हो, हम इसी योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं। खेल को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं।