उड़ीसा रेल हादसे में अबतक बिहार के 43 लोग मरे; 47 घायल, 18 लापता
पटना। ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे में बिहार के भी कई मजदूरों ने अपनी जानें गवां दी है और कई लोग घायल हुए हैं। इस दुर्घटना में बिहार के मृतकों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। रेल दुर्घटना में प्रभावित परिवारों की सुविधा के लिए बिहार आपदा प्रबंधन ने हेल्प लाइन जारी किया है, जो लोग अभी भी अपने रिशतेदारों के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं कर सके हैं, वे रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 या हेल्पलाइन नंबर 18003450061 /1929 पर कॉल कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो चौबीसों घंटा कार्य कर रहा है। हादसे में बिहार के मारे गए और घायल लोगों के आंकड़े बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किए हैं, ताकि उनको राहत पहुंचाने में मदद की जा सके। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस हादसे में अब तक बिहार के कुल 43 लोगों की मौत हुई चुकी है, जबकि 47 लोग घायल हैं। वहीं कुछ लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी संख्या 18 है। इससे पहले विभाग ने 25 लोगों की मौत का जिलावार आंकड़ा भी पेश किया था। जिसके मुताबिक मरने वालों में मधुबनी के 7, पूर्णिया के 2, मुजफ्फरपुर के 4, पूर्वी चंपारण के 3, नवादा के 2, भागलपुर के 3, पश्चिम चंपारण के 2 और दरभंगा के भी 2 लोग शामिल हैं। लापाता लोगों का अभी पता नहीं चल सका है, इस कारण मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
मरने वालों का सरकरी आंकड़ा 288
ये दर्दनाक रेल दुर्घटना तब हुई, जब शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में एक लूप लाईन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिसके बाद इसके कई डिब्बे उड़कर बगल के ट्रैक पर चले गए। इसी दौरान यशवंतपुर से हावड़ा जा रही हावड़ा एक्सप्रेस भी तेज गति से दूसरे ट्रैक पर आ रही थी, जो प्रभावित डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप वो भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में अब तक मरने वालों का सरकरी आंकड़ा 288 है, लगभग 1100 लोग घायल हुए हैं।