पटना में हथियार तस्कर गिरोह के तीन अपराधी गिरफ्तार, 40 जिंदा कारतूस बरामद

पटना। पटना पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हथियार तस्करी में लिप्त एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने पटना सिटी के आलमगंज थाना क्षेत्र में विशेष अभियान चलाकर इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर पश्चिम दरवाजा और नई सड़क, नवाब बहादुर रोड इलाके में सक्रिय थे। उनके पास से 7.65 एमएम के 40 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इस कार्रवाई से राजधानी में अवैध हथियारों की आपूर्ति करने वाले नेटवर्क पर करारा प्रहार हुआ है। गिरफ्तार तस्करों की पहचान मोहम्मद राजू (25), विपिन कुमार (28) और मोहम्मद फैजान (22) के रूप में हुई है। पुलिस का मानना है कि ये लोग संगठित अपराध से जुड़े हुए हैं और जेल में बंद अपराधियों के संपर्क में थे। पटना सिटी के पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीपीओ) अतुलेश झा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग इस क्षेत्र में हथियार और कारतूस की तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने इलाके में छापेमारी की और तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह गिरोह जेल में बंद कई कुख्यात अपराधियों से संपर्क में था। ये अपराधी कोड वर्ड के जरिए जेल में बंद साथियों से बातचीत करते थे। पुलिस अब इन कोड वर्ड की गहराई से जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि गिरोह किन-किन अपराधियों के संपर्क में था। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन लोगों का नेटवर्क कितने बड़े स्तर पर फैला हुआ था और ये किन अपराधियों को हथियार और कारतूस की आपूर्ति कर रहे थे। पटना पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी से अवैध हथियारों के कारोबार को एक बड़ा झटका लगा है। हालांकि, यह गिरोह किस-किस से जुड़ा था और इसके अन्य सदस्य कहां-कहां सक्रिय हैं, इसकी जांच अभी जारी है। पुलिस जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा करने की दिशा में काम कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में पटना और आसपास के इलाकों में अवैध हथियारों की तस्करी के कई मामले सामने आए हैं। अपराधी अक्सर छोटे हथियारों और कारतूसों की तस्करी कर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस लगातार ऐसे गिरोहों पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इस मामले में भी पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बरामद कारतूस कहां से आए और इन्हें किन लोगों को बेचा जाना था। पुलिस को उम्मीद है कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के बाद कई और महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आएंगी, जिससे इस अवैध व्यापार में शामिल अन्य लोगों तक भी पहुंचा जा सकेगा। पटना पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि राजधानी में अवैध हथियारों का व्यापार करने वाले गिरोह सक्रिय हैं और वे जेल में बंद अपराधियों से भी संपर्क में रहते हैं। हालांकि, पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही इस नेटवर्क का पूरा भंडाफोड़ होने की उम्मीद है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि शहर में हथियार तस्करी पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी।
