पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश बाबू की जयंती पर अंतिम इच्छा को पूरा करने की सरकार से मांग, पत्र लिख की थी यह मांग
पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने सरकार से पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के जन्मदिन के अवसर पर उन मांगों के संदर्भ में घोषणा करने की मांग की है, जिसे उन्होंने अपने स्वर्गवासी होने के पूर्व मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र के माध्यम से किया था।
राजद प्रवक्ता ने बताया कि आगामी 6 जून को रघुवंश बाबू की 75वीं जयंती है। पिछले साल 13 सितंबर को उनका निधन हो गया था। मृत्यु के पूर्व 10 सितम्बर को उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए तीन पत्र और एक पत्र सिंचाई मंत्री को संबोधित करते हुए लिखा था। इन पत्रों के माध्यम से उन्होंने अपने उन इच्छाओं को सरकार के सामने रखने का काम किया, जिसके लिए वे प्रयासरत रहते हुये भी अपने जीवनकाल में पूरा नहीं कर सके थे।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि स्व. डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा अपनी अंतिम इच्छा के रूप में मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रों के माध्यम से किये गये मांगों को यदि उनकी जयंती के अवसर पर सरकार द्वारा मान ली जाती है तो यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
रघुवंश बाबू की यह थी मांग
बता दें मुख्यमंत्री को लिखे पहले पत्र में स्व. डॉ रघुवंश प्रसाद ने मांग की थी कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी को वैशाली गढ पर सरकारी आयोजन किया जाये और महामहिम राज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री द्वारा झंडोतोलन किया जाये, जैसे एकीकृत बिहार में पटना और राँची में झंडोतोलन की परम्परा थी। दूसरे पत्र में उन्होंने भगवान बुद्ध का भिक्षा-पात्र अफगानिस्तान से वैशाली मंगवाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री को लिखे तीसरे पत्र में रघुवंश बाबू ने मनरेगा से आम किसानों को जोड़ने की मांग की थी। जिससे मजदूरों को काम भी मिलेगा और किसानों को मजदूर की उपलब्धता के साथ ही आर्थिक बोझ भी हल्का होगा।
जबकि सिंचाई मंत्री को संबोधित पत्र में रघुवंश बाबू ने समाजवादी विचारक और साहित्यकार रामवृक्ष बेनीपुरी जी के घर की सुरक्षा के लिए मुजफ्फरपुर के कटौंझा धार को दोनों तटबंधों के बीच लाने, मुजफ्फरपुर जिला के साहेबगंज, मोतीपुर और वैशाली में गंडक नहर पर छोटा पुल बनाने, वैशाली जिला के महनार प्रखंड में मलमला नहर के दाहिने बांध का चौड़ीकरण कर सड़क बनाने और शाहपुर मे नहर में स्लुइस गेट लगवाने का आग्रह किया गया था।