कश्मीर में सेना की गाड़ी पर आतंकी हमला, इलाके की घेराबंदी, सर्च ऑपरेशन जारी
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राजौरी। जम्मू-कश्मीर का राजौरी जिला एक बार फिर आतंकवादियों के निशाने पर आ गया है। बुधवार दोपहर को सुंदरबनी इलाके में आतंकियों ने सेना की एक गाड़ी पर हमला कर दिया। यह हमला घात लगाकर किया गया, जिसमें सेना के जवानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। जैसे ही इस हमले की सूचना मिली, सुरक्षाबलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर दी और अतिरिक्त सेना बल को मौके पर भेजा गया। आतंकियों को पकड़ने के लिए व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। सुरक्षाबल हर संभावित ठिकाने की जांच कर रहे हैं ताकि आतंकियों को जल्द से जल्द ढूंढकर गिरफ्तार किया जा सके या मार गिराया जा सके। इससे पहले भी कश्मीर में आतंकी गतिविधियां देखी गई थीं। 7 फरवरी को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे सात पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। इनमें तीन आतंकी पाकिस्तान की सेना के जवान भी थे, जो घुसपैठ के जरिए भारतीय चौकियों पर हमला करने की साजिश रच रहे थे। यह घटना पुंछ जिले में कृष्णा घाटी के पास हुई थी, जहां आतंकियों ने भारतीय सेना की फॉरवर्ड पोस्ट पर हमला करने की योजना बनाई थी। हालांकि, भारतीय सेना को समय रहते इसकी जानकारी मिल गई और उन्होंने हमले को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना और सुरक्षा बल लगातार आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठनों द्वारा घुसपैठ और हमले करने की कोशिशें होती रहती हैं, लेकिन सेना की सतर्कता के चलते अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया जाता है। सुरक्षाबल आधुनिक तकनीकों, इंटेलिजेंस इनपुट और जमीनी स्तर पर निगरानी के माध्यम से आतंकियों की हर गतिविधि पर नजर रखते हैं। हाल के वर्षों में सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन किए हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की संख्या में कमी आई है। लेकिन सीमा पार से आतंकियों को भेजने की कोशिशें लगातार जारी हैं। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन कश्मीर में अशांति फैलाने की साजिशें रचते रहते हैं, जिससे सेना और सुरक्षा बलों को सतर्क रहना पड़ता है। भारतीय सेना और पुलिस प्रशासन आतंकवाद से निपटने में स्थानीय नागरिकों की भी मदद ले रहे हैं। आम नागरिक संदिग्ध गतिविधियों की सूचना सुरक्षाबलों को देते हैं, जिससे आतंकियों को पकड़ने में मदद मिलती है। इसके अलावा, सेना लगातार स्थानीय युवाओं को मुख्यधारा में लाने और आतंकवाद से दूर रखने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। राजौरी में हुए इस आतंकी हमले ने एक बार फिर दिखा दिया है कि कश्मीर में आतंकवाद अभी भी चुनौती बना हुआ है। हालांकि, भारतीय सेना और सुरक्षाबल पूरी मुस्तैदी से आतंकियों का मुकाबला कर रहे हैं। ताजा हमले के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है, जिससे आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। सेना की सतर्कता और कड़ी कार्रवाई से निश्चित रूप से आतंकियों के मंसूबे नाकाम होंगे, और क्षेत्र में शांति कायम रखने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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