विधानसभा में राजद का 2010 से भी बुरा हाल होगा, बड़ी हार को तैयार रहे तेजस्वी : अशोक चौधरी

पटना। बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्य के मंत्री अशोक चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में राजद का प्रदर्शन 2010 से भी खराब होगा और पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।
तेजस्वी यादव को दी भविष्य वक्ता बनने की सलाह
मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़कर भविष्य वक्ता बनने की सलाह दी। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि तेजस्वी को भविष्य वक्ता इसलिए बन जाना चाहिए क्योंकि उन्हें पहले से ही पता चल रहा है कि नीतीश कुमार का यह आखिरी कार्यकाल होगा। चौधरी ने कहा,”अगर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, तो क्या और बेहतर स्थिति होगी? अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार महिलाओं के मान-सम्मान से जुड़ी योजना को बजट में शामिल करेगी। इस पर चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को पहले से ही पता था कि बजट में क्या शामिल किया जाएगा, इसलिए उन्होंने पहले ही इसकी घोषणा कर दी।
2020 में चिराग पासवान की मदद से अच्छा प्रदर्शन, 2025 में होगा बुरा हाल
मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव और राजद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद का प्रदर्शन चिराग पासवान के सहयोग से बेहतर हुआ था। उनका कहना था कि पर्दे के पीछे से मिली इस सहायता के कारण ही राजद को अच्छा परिणाम मिला था। लेकिन 2025 में हालात पूरी तरह बदल जाएंगे और राजद का प्रदर्शन 2010 से भी ज्यादा खराब होगा। गौरतलब है कि 2010 के विधानसभा चुनाव में राजद को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। उस चुनाव में पार्टी को सिर्फ 22 सीटें मिली थीं, जो कि राजद के इतिहास की सबसे खराब स्थिति थी। अब अशोक चौधरी का दावा है कि 2025 में पार्टी इससे भी खराब स्थिति में पहुंच जाएगी।
महिलाओं की योजनाओं पर भी उठाए सवाल
महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ी योजनाओं पर तेजस्वी यादव की राय को लेकर भी अशोक चौधरी ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव यह जानते थे कि सरकार महिलाओं से संबंधित योजनाओं को बजट में शामिल करेगी, इसलिए उन्होंने एक दिन पहले ही इस पर बयान देकर यह दिखाने की कोशिश की कि सरकार उनकी नीतियों का अनुसरण कर रही है।
राजनीतिक रणनीतियों का खेल जारी
बिहार की राजनीति में इन दिनों बयानबाजी तेज हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर लगातार कटाक्ष कर रहे हैं। राजद जहां लगातार यह दावा कर रहा है कि 2025 में जनता नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकेगी, वहीं मंत्री अशोक चौधरी जैसे नेता यह कह रहे हैं कि राजद को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 का चुनाव बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ ला सकता है। अगर नीतीश कुमार और भाजपा एक साथ चुनाव लड़ते हैं, तो निश्चित रूप से यह गठबंधन मजबूत रहेगा। लेकिन अगर गठबंधन में बदलाव होता है, तो समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं। फिलहाल, बिहार की राजनीति में दावों और प्रतिदावों का दौर जारी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या राजद वाकई 2010 से भी खराब प्रदर्शन करेगा, या तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी कोई नया इतिहास रचेगी?
