पेपर कांड पर तेजस्वी का हमला, कहा- यहां पेपर नहीं बल्कि सरकार लीक हुई, युवा इसे आइना दिखाकर बाहर करेगी
- तेजस्वी बोले…सरकार बनी तो परीक्षा में अभ्यर्थियों के आने जाने और ठहराव का इंतजाम करेंगे…दो-दो डिप्टी सीएम पर कोई कुछ बोल नहीं रहा
पटना। राजधानी पटना के बापू परीक्षा परिसर में शुक्रवार को बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा के दौरान पेपर लीक को लेकर छात्रों के द्वारा जमकर हंगामा किया गया। इस दौरान स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने शुक्रवार को बीपीएससी स्टूडेंट्स को थप्पड़ मार दिया। बताया जा रहा है कि अभ्यर्थी ने डीएम पर कथित तौर पर बिकने का आरोप लगाया था। इस पर वह भड़क गए और थप्पड़ मार दिया। अभ्यर्थी को थप्पड़ मारने के कारण न केवल पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की किरकिरी हो रही ही, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। अब इसी कड़ी में बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को थप्पड़ कांड और पेपर लीक के मामले में सरकार पर हमला किया। तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि इस बार बिहार में पेपर लीक नहीं हुआ बल्कि यहां की सरकार ही लीक हो गई है।
राज्य में दो-दो उपमुख्यमंत्री, पर कोई कुछ नही बोल रहा
इस निकम्मी सरकार को अब बिहार के युवा ही आईना दिखाकर बाहर करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जब हमारी 17 महीने की सरकार थी तब विपक्ष के लोग हर मामले में बयान देते थे लेकिन आज राज्य में दो-दो उपमुख्यमंत्री है फिर भी अभी तक इस मामले को लेकर सब ने अपना मुंह बंद कर रखा है और अभी तक किसी का कोई बयान सामने नहीं आया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना के जिला अधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह द्वारा छात्र की पिटाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पटना के जिला अधिकारी छात्र को पीट रहे हैं, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन हैं। बिहार में दो-दो उपमुख्यमंत्री है। वह भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि बिहार के कई सेंटरों पर जो उन्हें पेपर मिला उसका सील पहले से ही टूटा हुआ था। उसके बावजूद भी छात्रों को 30 मिनट, एक घंटा लेट से पेपर मिला और परीक्षा समाप्त के समय ही उनसे पेपर ले लिया गया। छात्रों को जब आधा घंटा, एक घंटा पेपर लेट से मिला तो छात्रों के साथ सरकार ना इंसाफी कर रही है, धोखा कर रही है।
परीक्षा में अभ्यर्थियों के आने जाने और ठहराव का इंतजाम करेंगे
नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार या आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए एक अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों के आने-जाने और ठहरने की सुविधा राज्य सरकार के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों की आर्थिक और मानसिक परेशानियों को कम करना है। वर्तमान में, बिहार जैसे राज्यों के कई अभ्यर्थी ग्रामीण क्षेत्रों और दूरदराज के इलाकों से परीक्षा देने के लिए बड़े शहरों में आते हैं। ऐसे में यात्रा और ठहरने की व्यवस्था न होने के कारण उन्हें निजी स्तर पर भारी खर्च उठाना पड़ता है, जो गरीब और मध्यम वर्ग के छात्रों के लिए बड़ी चुनौती बन जाता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह छात्रों के हितों का ध्यान रखे और उन्हें केवल परीक्षा पर केंद्रित होने का मौका दे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार आने वाले समय में ऐसी नीतियां लागू करेगी, जिससे अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने और वहां रुकने में कोई दिक्कत न हो। इस घोषणा से अभ्यर्थियों में उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर सरकार की भूमिका और सहायक होगी, जिससे छात्रों का ध्यान केवल पढ़ाई पर केंद्रित हो सकेगा।
नीतीश कुमार सोए हैं, या खोए हैं या फिर होश में नहीं है
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। तेजस्वी ने कहा कि वर्तमान में बिहार में भाजपा, जदयू, हम, और चिराग पासवान की पार्टी की गठबंधन सरकार है, लेकिन राज्य में ऐसा नहीं लगता कि कोई सरकार काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह समझ पाना मुश्किल है कि वे सोए हुए हैं, खोए हुए हैं, या फिर होश में नहीं हैं। तेजस्वी ने राज्य में लगातार हो रही परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं को लेकर सरकार की विफलता पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हर बार लाखों छात्र-छात्राएं मेहनत से परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन पेपर लीक की घटनाएं उनके सपनों पर पानी फेर देती हैं। इसके बावजूद सरकार ऐसे मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने आरोप लगाया कि जब छात्र-छात्राएं अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरते हैं, तो सरकार उनकी आवाज को दबाने के लिए लाठीचार्ज करती है। तेजस्वी ने इसे छात्र समुदाय के साथ अन्याय और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया। तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि मौजूदा सरकार छात्रों, युवाओं, और आम जनता की समस्याओं के प्रति असंवेदनशील हो चुकी है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों को समझे और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जरूरी कदम उठाए।