तेजस्वी का उपमुख्यमंत्री पर बड़ा हमला : बहु, दामाद और साले को नियमों को ताक पर रख दिए ठेके, यह ‘नल धन योजना’ बनी
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री व भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद पर अपने सगे-संबंधियों को करोड़ों के ठेके दिए जाने के लगे आरोप को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने जमकर हमला बोला, साथ ही सीएम नीतीश को भी कठघरे में खड़ा किया। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार का यह ‘नल जल योजना’ नहीं बल्कि ‘नल धन योजना’ बन चुकी है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपनी बहु, दामाद और साले को नियमों को ताक पर रख ठेके दिए।
सीएम नीतीश ने नहीं की कोई कार्रवाई
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरूवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए एवं ट्विट करते हुए कहा कि पार्टी की ओर से इस संदर्भ में मुख्यमंत्री को बीते फरवरी माह में पत्र भी लिखा गया था। राजद की कटिहार जिला इकाई ने अगस्त 2020 में ही इस घोटाले का पर्दाफाश और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की संलिप्तता की जांच की मांग की थी। लेकिन हमेशा की तरह सीएम नीतीश ने कोई कार्रवाई नहीं की।
भ्रष्टाचार की सारी पराकाष्ठा पार
तेजस्वी ने आरोप लगाा कि नीतीश कुमार का हर घर नल जल योजना दरअसल निजी धनोपार्जन योजना बन गया है। इस योजना ने भ्रष्टाचार की सारी पराकाष्ठा पार कर दी है। उपमुख्यमंत्री ने अपनी बहु, दामाद और साले को नियमों को ताक पर रख कर ठेके दिए। यह ‘नल जल योजना’ नहीं बल्कि ‘नल धन योजना’ बन चुकी है।
किस आधार पर फर्जी कंपनी को सरकारी ठेका मिला?
उन्होंने आगे कहा कि उपमुख्यमंत्री के साले की कंपनी दीपकिरण इंफ्रास्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड के वर्ष 2019 और 2020 की आॅडिट रिपोर्ट में ही कहीं किसी भी तरह के सरकारी कामकाज करने का जिक्र नहीं है। जब कंपनी को सरकारी काम करने का अनुभव ही नहीं है तो फिर किस आधार पर फर्जी कंपनी को सरकारी ठेका दिया गया? जबकि पीडब्लूडी नियमावली के अनुसार ऐसी किसी अनुभवहीन कंपनी को काम नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने बताया जीवनश्री इंफ्रास्ट्रक्चर और दीपकिरण इंफ्रास्ट्रक्टर प्रा. लि. दोनों कंपनी के निदेशक उपमुख्यमंत्री के साले और दामाद शामिल है।