तेजस्वी मांगे माफी, जाति में बंटकर नहीं लड़ी जा सकती आरक्षण की लड़ाई : अनिल

पटना। जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उस बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करा माफी मांगने को कहा, जिसमें उन्होंने बीपीएमसी रिजल्ट के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर 15 सालों में अपनी जाति का प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने का आरोप लगाया था। अनिल ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आरक्षण की लड़ाई जाति में बंट कर कभी नहीं हो सकती।
श्री कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन ने कुर्मी व अन्य जाति को जन्म नहीं दिया। ये जातियां पहले भी थी। आज बिहार में मुख्यमंत्री ने हमारे समाज को पीछे धकेला है, क्योंकि वे आरएसएस की गोद में बैठकर देश में नमो संविधान लागू करना चाहते हैं। इसलिए तेजस्वी यादव का यह ट्वीट बेबुनियाद और निराधार है, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए और उन्हें समझना चाहिए कि बाबा साहब के संविधान आरक्षण की लड़ाई जाति में बंटकर नहीं लड़ी जा सकती। 1989 में भी वीपी सिंह और लालू प्रसाद के नेतृत्व में पिछड़ों की लड़ाई लड़ी गयी थी। अब वहीं लड़ाई फिर से लड़ने की जरूरत है।
इससे पहले अनिल कुमार ने बीपीएससी रिजल्ट में बीसी और जनरल केटेगरी का सलेक्शन बराबर यानी 535 अंक रखने पर सवाल खड़े किए और कहा कि 2019 की तरह इस बार भी रिजल्ट में खेला हो गया। यह सब यकीनन मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही हुआ होगा। आखिर नीतीश कुमार यह खेला कर क्यों रहे हैं? ऐसे में हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि कोविड का दौर अभी चल रहा है। आप इस पर पुनर्विचार करें और अगर आप ये नहीं करते हैं तो पूरे बिहार में व्यापक पैमाने पर बड़ा जन आंदोलन करेंगे।
