1 मई को बिहटा से करेंगे जनशक्ति यात्रा आरंभ करेगें तेजप्रताप यादव, 30 अप्रैल को पटना पहुंच रहे लालू
पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव एक बार फिर से जनता के बीच जाएंगे। उनकी समस्या सुनेंगे और उसका निदान करवाएंगे। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। एक मई मजदूर दिवस के दिन वे बिहटा से जन शक्ति यात्रा का आगाज करेंगे। पार्टी की तरफ से लगातार नजरअंदाज किए जाने की खबरों के बीच अब वे जनशक्ति परिषद के बैनर तले अपना जनाधार बढ़ाएंगे। हालांकि यह कहा जा रहा हैं की RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 30 अप्रैल को पटना पहुंच रहे हैं। उनसे मंत्रणा के बाद वे इस यात्रा को बंद कर सकते हैं। इस यात्रा में अहम भूमिका निभा रहे और तेजप्रताप के कोर टीम के एक मेंबर के मुताबिक जनशक्ति परिषद का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। इससे पहले भी तेज प्रताप एक संगठन बनाकर जनता के लिए काम कर चुके हैं। इस तरह की यात्रा का क्या औचित्य होता है।
वही यह कहा जा रहा हैं की तेजप्रताप की ये एक प्रेशर पॉलिटिक्स हो सकती है। लेकिन इसका पार्टी पर कुछ असर होता हुआ नहीं दिख रहा है। न ही इसका पार्टी के कोर वोट बैंक पर कोई असर पड़ेगा और न ही इनके जनाधार में कोई खास इजाफा होगा। लगातार ऐसा कर वे उपहास के पात्र होते जा रहे हैं। तेज प्रताप के अंदर एक टीस है। बड़ा पुत्र होने के बाद भी अघोषित तौर पर लालू प्रसाद यादव अपनी पॉलिटिकल विरासत छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सुपूर्द कर चुके हैं। वही RJD के एक विधायक के अलावा उनके पास कुछ भी नहीं हैं। उन्हें कोई पद नहीं है।