महिला एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को हराकर 7वीं बार चैंपियन बनी टीम इंडिया, आठ विकेट से जीता मैच
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नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम में एशिया में अपनी बादशाहत एक बार फिर से साबित की है। शनिवार को खेले गए फाइनल में भारत ने घातक गेंदबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम को महज 65 रन पर रोका और फिर तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट खोलकर 8।3 ओवर में ही मुकाबला अपने नाम कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। भारत ने सातवीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया है। फाइनल में श्रीलंका का खिलाफ टीम इंडिया की यह पांचवीं जीत है। महिला एशिया कप 2022 के फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का सामना श्रीलंका की महिला क्रिकेट टीम के साथ हुआ। इस मैच में श्रीलंका की कप्तान ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले खेलते हुए श्रीलंका की टीम भारतीय गेंदबाजी के सामने पूरी तरह से धराशाई हो गई और 20 ओवर में 9 विकेट पर 65 रन ही बना पाई और भारत को जीत के लिए 66 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने जीत के लिए मिले लक्ष्य को 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया और इस मैच को जीतते हुए एशिया कप 2022 का खिताब अपने नाम किया।
भारत ने 7वीं बार जीता खिताब
भारतीय महिला टीम ने रिकार्ड 7वीं बार एशिया कप खिताब अपने नाम किया। भारत ने 2022 से पहले 2004, 2005-06, 2006, 2008, 2012 और 2016 में एशिया कप खिताब अपने नाम किया था। वहीं साल साल 2018 यानी पिछले सीजन में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उसे बांग्लादेश ने हराकर पहली बार ये खिताब अपने नाम किया था। यानी लगातार 6 बार खिताब जीतने के बाद भारत का सिलसिला टूट गया था, लेकिन हरमनप्रीत की कप्तानी में भारत ने पिछली सफलता को फिर से दोहराया।
स्मृति मंधाना ने लगाया शानदार अर्धशतक
श्रीलंकाई कप्तान ने फैसला तो पहले बल्लेबाजी का कर लिया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें इसमें कामयाब नहीं होने दिया। मतलब श्रीलंका के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के आगे रन बनाने को तरस गए। श्रीलंका की टीम पहले खेलते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर सिर्फ 65 रन ही बना सकी। श्रीलंका को 65 रन पर रोकने में भारत की ओर से तेज गेंदबाज रेणुका सिंह ठाकुर के अलावा दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा और राजेश्वरी गायकवाड़ की अहम भूमिका रही। रेणुका ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए जबकि राजेश्वरी और राणा को 2-2 विकेट मिले। भारतीय ओपनर बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 5 रन पर अपना विकेट गंवा दिया और ये भारत का पहला विकेट था तो वहीं जेमिमा रोड्रिग्ज ने 2 रन पर अपना विकेट गंवाया और वो बोल्ड हो गईं। इसके बाद स्मृति मंधाना के तेज नाबाद अर्धशतकीय पारी और कप्तान हरमनप्रीत कौर की नाबाद 11 रन की पारी के दम पर भारत ने 8।3 ओवर में 2 विकेट पर 71 रन बनाते हुए मैच में जीत दर्ज की। स्मृति मंधाना ने 25 गेंदों का सामना करते हुए 3 छक्के व 6 चौकों की मदद से नाबाद 51 रन की पारी खेली।
स्मृति मांधना ने छक्के से किया फाइनल फतेह
भारतीय टीम के सामने 20 ओवर में 66 रन बनाने का लक्ष्य था। लेकिन इस स्कोर को उन्होंने 8.1 ओवर में सिर्फ 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया। भारत की ओर से स्मृति मांधना ने शानदार शतक जड़ा। उन्होंने 25 गेंदों पर 51 रन मारे और अपने गेंदबाजों की रखी बुनियाद पर अमलीजामा पहनाया। खास बात ये रही कि स्मृति मांधना को अपने अर्धशतक के लिए 5 रन चाहिए थे और टीम को जीत के लिए 1 रन की दरकार थी। मांधना ने ये दोनों काम छक्के के साथ इनिंग फिनिश कर किया।
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