बिहार में ट्रांसफर और पोस्टिंग से शिक्षकों को मिलेगी मनचाही पोस्टिंग, शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में की घोषणा

पटना। बिहार सरकार ने राज्य के शिक्षकों को उनकी मनचाही पोस्टिंग देने के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने यह घोषणा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगले दो महीनों के भीतर शिक्षकों की ट्रांसफर और पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी, जिससे वे अपनी पसंद की जगह पर सेवा दे सकेंगे।
मनचाही पोस्टिंग के लिए 10 चॉइस देने होंगे
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षकों को अपनी मनचाही पोस्टिंग के लिए कुल 10 विकल्प देने होंगे। इन विकल्पों में से ही उनकी पोस्टिंग तय की जाएगी। सरकार ने इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जो पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करेगा।
किन आधारों पर होगी पोस्टिंग?
शिक्षकों की पोस्टिंग कुछ विशेष आधारों पर की जाएगी। इसमें मुख्य रूप से निम्नलिखित तीन बिंदु शामिल होंगे। अगर कोई शिक्षक गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो उसे प्राथमिकता के आधार पर मनचाही पोस्टिंग दी जाएगी। यदि किसी शिक्षक का जीवनसाथी भी सरकारी सेवा में कार्यरत है, तो उन्हें एक ही स्थान पर पोस्टिंग देने का प्रयास किया जाएगा। शिक्षकों को अपनी पसंद की जगह चुनने की सुविधा दी जाएगी, लेकिन यह स्थान रिक्त पदों (वेकेँसी) की उपलब्धता के आधार पर तय होगा।
यदि मनचाही पोस्टिंग न मिले तो क्या करें
शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर किसी शिक्षक को उसके द्वारा चुनी गई 10 चॉइस मंउ से कोई भी पोस्टिंग नहीं मिलती है, तो उसे पुनर्विचार के लिए अवसर प्रदान किया जाएगा। शिक्षक अपने स्थानांतरण को लेकर जिला अधिकारी (डीएम), कमिश्नर या विभागीय स्तर पर बनी विशेष कमिटी में अपील कर सकते हैं।
40 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों को प्राथमिकता
शिक्षा मंत्री ने बताया कि जो शिक्षक 40 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें पहले ही मनचाही पोस्टिंग दी जा चुकी है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी शिक्षक को स्थानांतरण या पोस्टिंग में कोई कठिनाई न हो और उन्हें उनके अनुकूल स्थान पर कार्य करने का अवसर मिले।
विपक्ष के सवालों का जवाब
इस पूरी प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने सरकार से सवाल किए थे, जिनका जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है और जल्द ही यह योजना पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की जाएगी। बिहार सरकार की इस नई व्यवस्था से शिक्षकों को अपने मनचाहे स्थान पर काम करने का मौका मिलेगा। सरकार की यह पहल शिक्षकों की कार्यक्षमता बढ़ाने और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल शिक्षकों को लाभ मिलेगा, बल्कि छात्रों को भी अच्छे वातावरण में पढ़ने का अवसर मिलेगा।
