बिहार में माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा 9वें दिन हड़ताल जारी, अध्यापक नियुक्ति नियमावली का कर रहे विरोध
पटना। बिहार अध्यापक नियुक्ति नियमावली के विरोध में लगातार बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा पूरे राज्य में 9वें दिन शांतिपूर्ण सत्याग्रह जारी रहा। वही इस मौके पर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह और महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि राज्य सरकार BPSC द्वारा आनन-फानन में विज्ञापन निकाल कर बिहार के लाखों शिक्षकों और 7वें चरण में नियुक्त होने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव ने BPSC के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा कि आपके द्वारा प्रकाशित विज्ञापन में अध्यापक नियुक्ति नियमावली की कंडिका-8 के संबंध में सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया अपनाये बगैर पूर्व से कार्यरत नियोजित शिक्षकों से भी आवेदन आमंत्रित किया है। आयोग ने इस विज्ञापन में नियम को स्पष्ट नहीं किया है। आगे सिंह ने बताया कि अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 की कंडिका में उल्लेख है कि पंचायती राज संस्था और नगर निकाय संस्था अन्तर्गत नियुक्त और कार्यरत शिक्षक इस संवर्ग में नियुक्ति के लिए नियम-7 में अंकित नियुक्ति की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र होंगे। वही इस संबंध में आवश्यकतानुसार प्रक्रिया का निर्धारण राज्य सरकार के द्वारा अलग से किया जा सकेगा। शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि पूर्व से नियुक्त नियोजित शिक्षकों को परीक्षा में शामिल करने से वरीयता खोकर नयी नियुक्ति होगी। उन्हें सेवानिवृत्ति तक प्रोन्नति का लाभ नहीं मिलेगा। वे प्राप्त कर रहे वेतनादि से कम वेतन पर परीक्षा देकर आत्मघाती कदम नहीं उठा सकते हैं। विज्ञापन में पुस्तकालयाध्यक्ष और शारीरिक शिक्षक, अनुदेशक पदों की चर्चा नहीं है। वही इस तरह विद्यालयों में बहुमूल्य पुस्तकों के अध्ययन से अलग कर विकलांग पीढ़ी का निर्माण करने का अपराध सरकार कर रही है। इसे आम-अवाम माफ नहीं कर सकते हैं।