बिहार सरकार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही पर यह विपक्ष को दिखाई नहीं देता: जीतनराम मांझी
पटना। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने शनिवार को कहा कि बिहार सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा, “बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। बिहार सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। वहीं राज्य में अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर राजद के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पर तंज कसते हुए मांझी ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेता अपने काले कारनामों को छिपाना चाहते हैं। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बिहार में कानून-व्यवस्था की कथित गिरावट को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की आलोचना की। सिंह ने कहा, “बिहार में बलात्कार और अन्य अपराध बढ़ रहे हैं। अगर बिहार सुरक्षित है, तो हर कोई सुरक्षित रहेगा और अगर बिहार असुरक्षित है, तो कोई भी सुरक्षित नहीं है। वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) प्रमुख के पिता, जो 70 साल के थे, की हत्या कर दी गई। ऐसी घटनाएं क्या दिखाती हैं? यह सरकार की विफलता है।” यह बिहार में विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के बाद आया है। वहीं उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर खाद्य दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगाने पर जीतन राम मांझी ने कहा, इसमें कुछ भी गलत नहीं है। इसे धार्मिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। इसके पहले एनडीए में शामिल जदयू और लोजपा (रामविलास) ने कांवर मार्ग पर दुकानदारों को नेमप्लेट लगाने के यूपी सरकार के आदेश पर आपत्ति जताई थी। जदयू के केसी त्यागी और लोजपा (रा) के चिराग पासवान ने ऐसे आदेशों से बचने की नसीहत दी थी जो समाज को जाति और धर्म के नाम पर बांटते हों। लेकिन उनसे अलग मांझी ने यूपी में जारी आदेश को धार्मिक चश्मे से ना देखने का सुझाव दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थयात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए कांवड़ मार्गों पर खाद्य और पेय पदार्थों की दुकानों पर संचालक/मालिक का नाम और पहचान प्रदर्शित करने का आदेश दिया था। इसके अलावा, हलाल-प्रमाणित उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उनके इस आदेश पर न सिर्फ एनडीए के घटक दल बल्कि विपक्षी दलों ने भी आपत्ति जताई है।