तख्तश्री पटना साहिब में चल रहा चंडी पाठ

पटना सिटी (आनंद केसरी)। वैसे शक्तिपीठ स्थलों, भसगवती मंदिरों से लेकर मां दुर्गा की स्थापित स्थलों पर दुर्गा का पाठ हो रहा है। मगर सिखों के विश्व का दूसरा प्रमुख तख्तश्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में दशहरा के अवसर पर दोपहर में चंडी का पाठ होता है। यह तख्तश्रेर कमेटी के द्वारा कराया जाता है। वरीय ग्रंथी भी बलदेव सिंह की देखरेख में पाठ चल रहा है। वे बताते हैं कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के द्वारा लिखित दशम ग्रंथ में चंडी दी वार का जिक्र है। दशहरा के मौके पर दस दिनों तक दरबार साहिब में पहले जाप साहिब फिर चंडी दी वार (55 पौड़ी) का पाठ किया जाता है। इसके बाद आनंद साहिब का पाठ के बाद अरदास (विशेष प्रार्थना) के बाद हुक्मनामा जोटा है। इस दौरान हुमाद और धूपबत्ती जलता रहता है। यहां प्रबंधक कमेटी के द्वारा नारियल, रुख, कड़ाह प्रसाद चढ़ाया जाता है। आम लोग और संगत भी नारियल और रुख चढ़ाते हैं। बर्फ यह प्रसाद लोगों के बीच वितरित किया जाता है। दूसरी ओर गुरु महाराज के जीवन से जुड़े पूर्ण अस्त्र-शस्त्रों का दर्शन शौर्य के रूप में नवमी और दशमी को कराया जाएगा। इसमें छोटा तोप, तलवार, गुलेला आदि शामिल होता है।
