February 22, 2025

नौबतपुर में टोला सेवक की संदिग्ध मौत, महाकुंभ से लौटे, झाड़ियों में मिली लाश

पटना। नौबतपुर थाना क्षेत्र में एक रहस्यमय मौत की घटना सामने आई है, जिसमें एक टोला सेवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान जहानाबाद के ओखरी निवासी दिलीप कुमार के रूप में हुई है। दिलीप कुमार हाल ही में अपनी पत्नी के साथ महाकुंभ स्नान करने गए थे। 16 फरवरी को वह पटना के नौबतपुर पहुंचे, लेकिन उसी दिन उनकी पत्नी घर लौट गईं, जबकि दिलीप वापस नहीं आए। तीन दिन बाद, 19 फरवरी की देर शाम को, नौबतपुर थाना क्षेत्र के बालाजी मुसहरी के पास झाड़ियों में उनका शव मिला। फुलवारीशरीफ के पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी दीपक कुमार के अनुसार, पुलिस ने मृतक के पैंट की जेब से एक कागज बरामद किया, जिससे उनकी पहचान लोथू मांझी के पुत्र दिलीप कुमार के रूप में हुई। पुलिस ने मौत के कारणों की जांच के लिए एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) टीम की मदद ली है। इसके अलावा, जहरीली शराब से हुई मौत की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। पुलिस मृतक के परिवार के सदस्यों से संपर्क कर घटना की जानकारी जुटा रही है और मामले की हर संभव दिशा में गहन जांच की जा रही है। यह घटना कई सवाल खड़े करती है। दिलीप कुमार की मौत कैसे हुई? वह तीन दिन तक कहां थे? क्या उनकी मौत प्राकृतिक थी या किसी अपराध का शिकार हुए? इन सवालों के जवाब ढूंढने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मृतक के शव के आसपास के इलाके की छानबीन की जा रही है और स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने मृतक के परिवार से बातचीत कर उनकी गतिविधियों और संभावित दुश्मनों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की है। इस घटना ने स्थानीय लोगों को भी हैरान कर दिया है। दिलीप कुमार एक टोला सेवक थे, जो समाज सेवा से जुड़े हुए थे। उनकी अचानक और संदिग्ध मौत ने उनके परिवार और समुदाय को गहरा सदमा पहुंचाया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले की पूरी तरह से जांच करेगी और सच्चाई सामने लाएगी। इस तरह की घटनाएं समाज में असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं। पुलिस को न केवल इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, बल्कि ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए भी कड़े कदम उठाने चाहिए। साथ ही, लोगों को भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की आवश्यकता है।

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