सुपौल में दसवीं के छात्र की संदिग्ध मौत से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
सुपौल। बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे दसवीं कक्षा के छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने हड़कंप मचा दिया है। मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान हरिहरपट्टी वार्ड नंबर-15 निवासी कामेश यादव के 15 वर्षीय बेटे निरंजन कुमार के रूप में हुई है। निरंजन त्रिवेणीगंज नगर परिषद के वार्ड नंबर 21 स्थित विनोद यादव के मकान में किराए पर रहता था और अकेले ही वहां रहकर पढ़ाई करता था। घटना के बारे में अन्य छात्रों ने बताया कि बुधवार देर रात जब उन्होंने निरंजन को खाना बनाने के लिए आवाज दी, तो उसने दरवाजा नहीं खोला। जब खिड़की से झांककर देखा गया, तो निरंजन फंदे से लटका हुआ पाया गया। दरवाजा अंदर से बंद था, जिससे यह घटना और भी संदिग्ध हो गई। सूचना मिलते ही निरंजन के परिजन मौके पर पहुंचे और बेटे की स्थिति देखकर हत्या की आशंका जताई। मृतक के मामा रूपेश कुमार ने आरोप लगाया कि उनके भांजे की हत्या साजिश के तहत की गई है। त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपिन कुमार ने बताया कि छात्र की मौत को लेकर कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि निरंजन ऐसा कदम उठाने वाला लड़का नहीं था, जिससे हत्या की आशंका को बल मिलता है। पुलिस सभी संभावित एंगल से मामले की जांच कर रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। स्थानीय लोगों और मृतक के दोस्तों के बयान भी लिए जा रहे हैं ताकि किसी भी तरह की चूक न हो। निरंजन के करीबी बताते हैं कि वह एक मेहनती और होनहार छात्र था, जिसे किसी भी तरह की समस्या नहीं थी। इस घटना से इलाके के लोग स्तब्ध हैं और सभी उम्मीद कर रहे हैं कि पुलिस जल्द ही मामले की गुत्थी सुलझाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी। निरंजन के परिवार के साथ-साथ पूरे समुदाय को इस घटना से गहरा धक्का लगा है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। त्रिवेणीगंज थाना पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है और हर पहलू की गहन जांच कर रही है ताकि जल्द से जल्द सच्चाई सामने आ सके।