पटना में बर्थडे पार्टी में छात्र को मारी गोली, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
पटना। कृष्णापुरी थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात एक बर्थडे पार्टी के दौरान हुई गोलीबारी की घटना ने राजधानी को झकझोर कर रख दिया। इस घटना में 16 वर्षीय छात्र रिशु कुमार की मौत हो गई, जो छपरा जिले का निवासी था और पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा था। घटना के पीछे निजी रंजिश का शक जताया जा रहा है, और पुलिस फिलहाल मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है। यह घटना कृष्णापुरी इलाके के मकान नंबर 54 में हुई, जहां एक बर्थडे पार्टी आयोजित की गई थी। पार्टी के दौरान देर रात करीब 10:30 बजे गोली चलने की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि छात्र को मकान मालिक के बेटे शुभम कुमार सिंह ने गोली मारी। इसके बाद गंभीर हालत में रिशु को अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रिशु कुमार छपरा का रहने वाला था और पटना के गांधीनगर इलाके में रहकर पढ़ाई कर रहा था। मृतक के नाना, चंद्रिका यादव ने आरोप लगाया कि शुभम कुमार सिंह ने जानबूझकर रिशु को टारगेट कर गोली मारी। उनका कहना है कि परिवार को इस घटना की जानकारी रात में ही मिल गई थी, जिसके बाद वे पटना पहुंचे। परिजनों ने घटना की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना के बाद आरोपी शुभम कुमार सिंह फरार है। पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है और घटनास्थल की बारीकी से जांच की जा रही है। मौके पर डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम पहुंची, जिन्होंने सबूत जुटाए हैं। सचिवालय डीएसपी-2 साकेत कुमार ने बताया कि पुलिस को रात करीब 11:30 बजे गोली चलने की सूचना मिली थी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस की प्राथमिक जांच में इस बात का संकेत मिला है कि घटना के पीछे कोई निजी रंजिश हो सकती है। मकान मालिक के बेटे और मृतक छात्र के बीच क्या विवाद था, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस दोनों के संबंधों और घटना के दौरान मौजूद अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। इस घटना ने पटना में सुरक्षा व्यवस्था और लॉज मालिकों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्र, जो पढ़ाई के लिए घर से दूर रह रहे हैं, उनके लिए लॉज और हॉस्टल में सुरक्षा एक बड़ी चिंता का विषय है। बर्थडे पार्टी के दौरान गोली चलने जैसी घटनाएं कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं। रिशु कुमार की मौत न केवल उसके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक चेतावनी है। ऐसी घटनाएं युवाओं के बीच बढ़ते गुस्से और हथियारों की उपलब्धता को उजागर करती हैं। पुलिस पर यह जिम्मेदारी है कि वह इस मामले की गहन जांच करे और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कठघरे में लाए। इसके साथ ही, सरकार और प्रशासन को छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।