कोटा में एक बार फिर बिहार के छात्र में की आत्महत्या, नीट परीक्षा की करता था तैयारी
पटना। कोटा में एक बार फिर से एक बिहार के छात्र ने आत्महत्या कर ली है। यह छात्र नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। बिहार और अन्य प्रदेशों से कई छात्र-छात्राएं कोटा में पढ़ाई के लिए जाते हैं। उनके माता-पिता उन्हें बड़े अरमानों के साथ कोटा भेजते हैं ताकि वे वहां अच्छी तरह से पढ़ाई करें और परिवार का नाम रोशन करें। लेकिन पिछले कुछ सालों से कोटा में छात्रों के सुसाइड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। गुरुवार को कोटा में एक और दुखद घटना घटी जब बिहार के भागलपुर से आने वाले हर्षित अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली। हर्षित नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पुलिस को इस घटना की सूचना मिलने के बाद वे मौके पर पहुंचे और हर्षित के शव को कब्जे में लेकर शवगृह में रखवाया। पुलिस ने बताया कि हर्षित के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस घटना की सूचना हर्षित के परिजनों को दे दी गई है। हर्षित के निधन की खबर से उसके परिवार और दोस्तों में शोक की लहर दौड़ गई है। कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या के बढ़ते मामलों ने समाज में चिंता की लहर पैदा कर दी है। कई लोग इन घटनाओं के पीछे की वजह को समझने की कोशिश कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। छात्रों पर बढ़ते दबाव, पढ़ाई का बोझ, और मानसिक तनाव के कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। समाज और सरकार को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि कोटा जैसे शैक्षणिक हब में पढ़ने आने वाले छात्रों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल सके। छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता और काउंसलिंग की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए ताकि वे अपने समस्याओं का सामना कर सकें और इस तरह के कठोर कदम उठाने से बच सकें।