व्यापार और व्यापारियों को बचाने का संघर्ष व्यापारियों के बीच से ही होगा खड़ा : कांग्रेस
- कांग्रेस व्यवसायिक प्रकोष्ठ की प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित
पटना। नोटबंदी से लेकर अब तक केंद्र मोदी सरकार ने व्यवसायियों पर लगातार हमले किए हैं। इसका असर बड़े पैमाने पर देश भर में फैले बिहार के कारोबारियों पर हुआ है। कारोबार-दुकानें बंद हुईं, पूंजी डूबी, लोग बेरोजगार हुए और इसी के साथ श्रमिकों का जीवन भी संकट में फंसा। यह बातें शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कांग्रेस व्यवसायिक प्रकोष्ठ की प्रदेश स्तरीय बैठक में कही। डॉ. झा ने कहा कि व्यापार और व्यापारियों को बचाने का संघर्ष व्यापारियों के बीच से ही खड़ा होगा और कांग्रेस उस संघर्ष में हमेशा की तरह सहयोगी बनी रहेगी।
पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में व्यवसायिक प्रकोष्ठ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार पाठक ने कहा कि विनिमय और व्यापार किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। आज नरेंद्र मोदी की सरकार ने यही काम किया है, इसलिए यह जरूरी है कि व्यापारी एकजुट हों और देश को बचाने के लिए जो भी जरूरी संघर्ष है, उसकी तैयारी करें।
बैठक में मौजूदा समय में व्यापार और व्यापारियों के सामने खड़ी चुनौतियों पर चर्चा हुई। ज्यादातर व्यापारियों ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना की। व्यापारियों का मानना है कि जीएसटी को सरल करने की जगह सरकार उसे लगातार उलझाऊ बनाती जा रही है। प्रकोष्ठ के नेताओं ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की जमकर आलोचना की।
बैठक में कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौर, प्रवक्ता असित नाथ तिवारी, पूर्व विधायक प्रमोद कुमार सिंह, अरविंद लाल रजक, व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष रामचंद्र साह, मुकेश कुमार, अभय कुमार, शैलेश कुमार, एएम अंसारी, सरबजीत साहू, अजीत कुमार गौतम, विनोद रजक, नागेंद्र सिंह समेत राज्य के सभी जिलों से आए प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्षों ने हिस्सा लिया।