जदयू कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए के 225 सीट जीतने पर बनी रणनीति: चुनाव का चेहरा नीतीश ही होंगे, कई प्रस्ताव पारित
पटना। शनिवार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की नई प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, सभी मंत्री, सांसद, विधायक और पार्टी के लगभग 400 सदस्य शामिल हुए। बैठक में सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत सभी मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद रहे। इनके साथ पार्टी के 400 मेंबर भी इस बैठक में हिस्सा लिया। मीटिंग में ललन सिंह नहीं थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए की चुनावी रणनीति तैयार करना था। इसमें 225 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे।
बैठक का उद्देश्य और एजेंडा
बैठक के दौरान खगड़िया के परबत्ता से जदयू विधायक डॉ. संजीव ने बताया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य एनडीए गठबंधन को 2025 में 225 सीटों पर विजय दिलाना और नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है। इस रणनीति के अंतर्गत एनडीए के सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल बनाकर चुनाव लड़ने की योजना बनाई जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता आगामी चुनाव के लिए तैयारियों में जुट जाएंगे और प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर संगठन को मजबूत बनाएंगे।
अशोक चौधरी को महासचिव बनाने पर सवाल
अब जदयू के भीतर ही अशोक चौधरी का विरोध शुरू हो गया है। खगड़िया के परबत्ता से विधायक डॉ. संजीव ने कहा कि पार्टी के भीतर एक-दो लोग जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करते हैं। भूमिहारों के लिए बयान देते हैं। इसका सख्त विरोध मैं पहले भी करता था और आज भी कर रहा हूं। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि भूमिहारों को गाली देने वालों को पार्टी का महासचिव बना दिया जाता है। पार्टी में रह कर भूमिहारों के प्रति गलत बयानबाजी करते हैं। भूमिहार हमेशा से एनडीए के साथ रहे हैं। जब-जब नीतीश कुमार की सरकार बनी है। भूमिहार दम-खम के साथ उनके साथ खड़े रहे हैं। ललन सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए, जिस पर विधायक संजीव ने कहा कि उन्हें आना चाहिए था, लेकिन व्यस्तता के कारण वे उपस्थित नहीं हो सके।
पार्टी की रणनीति और कार्यक्रम
इस महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसमें कुल छह प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें एनडीए के सहयोगी दलों के साथ तालमेल बिठाने के लिए कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अतिरिक्त, जदयू ‘सम्मान संवाद’ कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिसमें वरिष्ठ नेता पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और आगामी चुनावी तैयारियों पर चर्चा करेंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी का उद्देश्य न केवल संगठन को मजबूत बनाना है, बल्कि कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना भी है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने इस बैठक को आगामी चुनाव के लिए बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा कि बैठक का एजेंडा 2025 का विधानसभा चुनाव ही है। पार्टी के नेता नीतीश कुमार के निर्देशानुसार कार्यकर्ता चुनावी तैयारी में जुट जाएंगे और पार्टी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएंगे।
नीतीश कुमार होंगे चुनाव का चेहरा
बैठक के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में जदयू की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे। नीतीश कुमार को बिहार के विकास का प्रतीक मानते हुए पार्टी उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश करेगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि एनडीए गठबंधन को 225 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया गया है और इसके लिए सभी नेता और कार्यकर्ता मिलकर मेहनत करेंगे। इस रणनीति के तहत पार्टी का फोकस गांव-गांव तक पार्टी के संदेश और उपलब्धियों को पहुंचाने पर होगा। संगठन विस्तार और चुनावी तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए कि वे जमीनी स्तर पर जनता से संपर्क बढ़ाएं और नीतीश सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों को लोगों के बीच रखें।
एनडीए गठबंधन के साथ तालमेल और उपचुनाव
बैठक में एनडीए के सहयोगी दलों के साथ तालमेल बिठाने के लिए भी योजना बनाई गई। जदयू के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि आने वाले चुनावों में एनडीए को मजबूत और संगठित बनाना बेहद जरूरी है। इसके लिए सहयोगी दलों के साथ सामंजस्य स्थापित किया जाएगा और मिलकर चुनावी रैलियों और जनसंपर्क कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर भी इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जदयू इन उपचुनावों को भी 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले एक तैयारी के तौर पर देख रही है और इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पूरी रणनीति बनाई जाएगी।
सम्मान संवाद कार्यक्रम की योजना
जदयू कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी ने ‘सम्मान संवाद’ कार्यक्रम चलाने की योजना बनाई है। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेशभर में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनके साथ संवाद करेंगे। इस संवाद का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को सम्मान देना और उनकी समस्याओं को समझना है। इससे कार्यकर्ताओं में पार्टी के प्रति विश्वास और उत्साह बढ़ेगा और वे पार्टी के लिए अधिक जोश से काम करेंगे।
विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं की तैयारी
बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि पार्टी के कार्यकर्ता नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी में जुट जाएंगे। सभी जिलों में पार्टी की सक्रियता बढ़ाई जाएगी और संगठन को मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मिलकर प्रदेशभर में जनसंपर्क बढ़ाएंगे और नीतीश सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखेंगे।
2025 के चुनाव के लिए जदयू की तैयारी
जदयू की नई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में आगामी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर स्पष्ट और ठोस रणनीति बनाई गई। पार्टी का लक्ष्य एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर 225 सीटों पर जीत हासिल करना है और नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है। बैठक में लिए गए फैसले इस बात को दर्शाते हैं कि जदयू राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने और चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। पार्टी के ‘सम्मान संवाद’ कार्यक्रम और एनडीए के सहयोगी दलों के साथ तालमेल बिठाने की रणनीति से यह स्पष्ट है कि जदयू हर स्तर पर तैयारी कर रही है ताकि 2025 का चुनाव उसके पक्ष में हो और नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बन सकें।