भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा बयान, कहा- मुख्यमंत्री बीजेपी संसदीय बोर्ड तय करेगी, नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे

पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजग (एनडीए) बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा, लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड करेगा। इस निर्णय में एनडीए के सभी घटक दलों की भी भूमिका होगी।
बीजेपी का रुख साफ
पटना में शुक्रवार को विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन एकजुट है और चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। हालांकि, मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा। उनके इस बयान से यह संकेत मिलता है कि भाजपा अभी मुख्यमंत्री पद को लेकर खुलकर कोई वादा नहीं कर रही है। यह निर्णय चुनाव के बाद परिस्थितियों के आधार पर लिया जाएगा।
विपक्ष पर निशाना
विपक्षी दलों, विशेषकर राजद के नेता तेजस्वी यादव द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी पर भी दिलीप जायसवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे बेवजह बयानबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि *निशांत, निशांत चिल्लाने से कोई नेता नहीं बनता। अब देखिए, निशांत आगे बढ़ जाएगा। उनके इस बयान को राजनीतिक विश्लेषक अलग-अलग तरीके से देख रहे हैं। कुछ इसे एक नया सियासी संकेत मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे केवल विपक्ष पर तंज कसने का तरीका मान रहे हैं।
नीतीश-बीजेपी की रणनीति
भाजपा ने अपने इस बयान से यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को तैयार है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम फैसला चुनाव परिणामों के बाद संसदीय बोर्ड द्वारा किया जाएगा। इससे एक ओर भाजपा ने जदयू (जनता दल यूनाइटेड) को संतुष्ट रखने की कोशिश की है, वहीं दूसरी ओर यह भी संकेत दिया है कि चुनाव परिणाम के आधार पर मुख्यमंत्री का फैसला हो सकता है। बिहार की राजनीति में यह बयान काफी अहम माना जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा और जदयू के बीच गठबंधन मजबूत बना रहेगा, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर अभी भी पूरी तरह से स्पष्टता नहीं है। चुनावी रणनीति के तहत भाजपा ने अपना रुख फिलहाल लचीला रखा है ताकि गठबंधन में किसी तरह की नाराजगी न हो। वहीं, विपक्षी दल इस बयान को अपने तरीके से भुनाने की कोशिश कर सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की राजनीति में आगे क्या मोड़ आता है।
निशांत ने कहा था, नीतीश को सीएम फेस घोषित करें एनडीए
25 फरवरी को सीएम नीतीश के बेटे निशांत कुमार ने कहा कि था- ‘पिता जी ने विकास किया है। पिछली बार आप लोगों ने 43 सीट दी थीं। उसके बाद भी विकास कार्य जारी है। इस बार उससे ज्यादा सीटों से जिताएगा। एनडीए को नीतीश कुमार को सीएम फेस घोषित करना चाहिए।’
सीएम के बेटे निशांत को विपक्ष ने बनाया नेता
राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान दिया था कि ‘जदयू को बीजेपी के लोग खत्म करना चाहते हैं। बड़े-बड़े जदयू नेताओं का केवल तन जदयू में है, लेकिन उनका मन और दिमाग बीजेपी में है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में आना चाहिए। उनको रोकने के लिए साजिश रची जा रही है। 2025 में एनडीए खत्म होने वाली है क्योंकि बिहार की जनता ऊब चुकी है। प्रदेश में 10 सालों में डबल इंजन की सरकार है और अब मुख्यमंत्री बिहार चलाने के योग्य नहीं रह गए हैं। जनता से नीतीश कुमार का कोई संपर्क नहीं है, जनसंवाद नहीं है। उनकी विश्वसनीयता लगातार गिर रही है और छवि लगातार खराब होती जा रही है।

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