पालीगंज के लाल को मिला राजकीय सम्मान, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
पटना। लद्धाख में कार्यरत पालीगंज प्रखंड क्षेत्र के ख़िरीमोड के लाल मनोज कुमार को गुरुवार को समदा गांव स्थित पुनपुन नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार, पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल सह प्रखंड क्षेत्र के ख़िरीमोड थाना अंतर्गत ख़िरीमोड गांव निवासी बिद्यानन्द सिंह के पुत्र मनोज कुमार काश्मीर के लद्दाख में BRO (बॉर्डर रोडस ऑर्गेनाइजेशन) के तहत सैनिक के पद पर कार्यरत था। जिसकी तवियत दो दिनों पूर्व अचानक खराब हो गयी थी। जो बुधवार को अंतिम सांस लेते हुए इस दुनिया से बिदा हो गए। जिसकी सूचना बुधवार को उनके पैतृक गांव में पहुंचते ही मातम छा गया। वही, परिजनों का हाल रो-रोकर बुरा हो गया। वही शहीद मनोज कुमार का शव गुरुवार की सुबह 4 बजे सम्मान पूर्वक ख़िरीमोड लाया गया। शव पहुंचते ही परिजनों के बीच हाहाकार मच गई। साथ ही उनके अंतिम दर्शन करने को लेकर भीड़ उमड़ पड़ी। जब उनकी शव को अंतिम संस्कार के लिए सिंगोड़ी थाना क्षेत्र के समदा गांव स्थित पुनपुन नदी घाट पर जाने के दौरान भीड़ में शहीद मनोज कुमार अमर रहे के नारे गूंज रहे थे। वही जब शव पुनपुन घाट पर पहुंची तो उनके शव को सिपाहियों द्वारा राजकीय सम्मान के साथ सलामी दिया गया।
वही उसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। साथ ही इस घटना से दुखी ख़िरीमोड बाजार के व्यवसाइयों ने स्वेच्छापूर्वक अपनी अपनी दुकानें बंद कर शोक प्रकट किया। बताया जा रहा है कि शहीद मनोज कुमार के पिता एक मध्यमवर्गीय किसान है। वही मनोज कुमार 4 भाइयो में सबसे बड़े थे। उनकी शादी के बाद पत्नी ज्योति कुमारी के अलावे उनके 2 छोटे बच्चियां भी है, जिसकी आयु लगभग 4 वर्ष व 2 वर्ष है। बेटे को इस प्रकार चले जाने से पिता बिद्यानन्द सिंह काफी चिंतित है। वही पत्नी की आंखों से आंसू थमने जा नसम नही ले रही थी। वह हमेशा मनोज को याद कर बेहोश हो जाती थी। कुल मिलाकर हैं का दृश्य काफी मर्माहत हो चुकी थी।