महाकुंभ में भगदड़ से भीषण हादसा, अबतक 14 की मौत, 50 से अधिक घायल
- पीएम मोदी ने चार बार योगी से की फोन पर बात, एनएसजी ने संभाला मोर्चा, लगातार निगरानी जारी
प्रयागराज। संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। हादसे में 14 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद भास्कर रिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। जिसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। मोदी ने योगी से 4 बार फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। हादसे पर सीएम योगी ने कहा- हालात नियंत्रण में हैं। किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देख भगदड़ फैलने की अफवाह मच गई। संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
अमृत स्नान रद्द किया गया
बता दें कि आज मौनी अमावस्या है, जिसके चलते महाकुंभ में अमृत स्नान होना था। लेकिन श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण यह हादसा हो गया, जिसके बाद सभी अखाड़ों ने तय किया है कि आज अमृत स्नान नहीं होगा। जूना अखाड़ा के महंत चेतन गिरी महाराज का कहना है कि हादसे के बाद से ही पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है। पब्लिक की सुरक्षा को देखते हुए स्नान को टालने का निर्णय लिया गया है।
सीएम योगी बोले- हालात नियंत्रण में, अफवाह पर ध्यान न दें
सीएम योगी ने कहा- हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा है। भक्तों की मदद के लिए पुलिस तैनात है। मेरी अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। यह आयोजन सभी का है। श्रद्धालुग मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गए हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है।
सीएम योगी ने लखनऊ में इमरजेंसी बैठक बुलाई
महाकुंभ में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर इमरजेंसी बैठक बुलाई है। इसमें पुलिस और शासन के बड़े अफसर शामिल हैं। योगी प्रयागराज के साथ बनारस और अयोध्या में भी भीड़ नियंत्रित करने के लिए चर्चा कर रहे हैं।