हाय रे कांग्रेस:- प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सीएए के कट्टर समर्थक,चुनावी खेल या प्योर इमोशन
पटना।बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह की एक पोस्ट जमकर वायरल हो रही है।जिसमें वह पूरी दृढ़ता के साथ सीएए का समर्थन कर रहे हैं। दरअसल आकाश कुमार सिंह बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राज्यसभा सांसद डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र हैं। सीएए को लेकर एक तरफ तो कांग्रेस पार्टी पूरे देश में भाजपा के खिलाफ रुख अख्तियार कर रही है। इस कानून को लेकर कांग्रेस विरोध के स्टैंड पर खड़ी है।वही दूसरी तरफ बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष के पुत्र के द्वारा सीएए के समर्थन को लेकर किए गए पोस्ट को लेकर सियासत का बाजार गर्म हो गया है।
अखिलेश सिंह के बेटे आकाश कुमार सिंह 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से रालासोपा पार्टी की उम्मीदवार थे।उन्होंने मोतिहारी से चुनाव लड़ा था।जहां उनकी हार हुई थी।डॉ अखिलेश सिंह 2004 में राजद के टिकट पर मोतिहारी से चुनाव जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में कांग्रेस के साथ राजद,हम रालासोपा तथा वीआईपी पार्टी एक साथ मैदान में उतरी थी। उस समय डॉक्टर अखिलेश सिंह के बेटे आकाश सिंह को उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालासोपा ने टिकट दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में डॉ अखिलेश सिंह कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष थे। उसे समय आकाश कुमार सिंह को रालासोपा से टिकट मिलने पर अखिलेश सिंह के विरोधियों ने जमकर व्यंग्य बाण चलाए थे। डॉ अखिलेश सिंह अभी बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।पिछले दिनों पार्टी ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजा।इसके बावजूद उनके पुत्र आकाश कुमार सिंह,जो खुद भी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं,के द्वारा सीएए कानून के समर्थन में किया गया पोस्ट मौजूदा राजनीतिक माहौल में कांग्रेस के चुनावी राजनीति के लिए आत्मघाती सिद्ध हो सकता है।
एनडीए के घटक दल आकाश कुमार सिंह के इस पोस्ट को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साध रहें हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के अंदर भी कई नेता प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र के इस पोस्ट को लेकर जमकर टीका टिप्पणी कर रहे है।साथ ही इसे पार्टी हित के विरोध में उठाया गया कदम बता रहे हैं। इस बात की चर्चा भी हो रही है कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह लोकसभा चुनाव 2024 में मोतिहारी से चुनाव लड़ना चाहते हैं।कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में इस पोस्ट के माध्यम से अन्य दलों को ग्रीन सिग्नल दे रहे हैं।