स्मार्ट सिटी के नाम पर बड़ा खेला, राबड़ी-तेजस्वी ने सरकार को घेरा
पटना। बीते 2 दिनों से बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में हो रहे मूसलाधार बारिश ने कई सालों का रिकॉर्ड तोड़कर रख दिया है। इसके साथ ही सरकारी व्यवस्था की भी पोल खोल दिया है, जो पटना नगर निगम में आकंठ तक फैले भ्रष्टाचार की कहानी खुद कह रही है। पटना में जल निकासी को लेकर ड्रेनेज सिस्टम, नाला उड़ाही आदि पर राज्य सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करती है लेकिन स्थिति सुधरने के बजाय और गंभीर हो गई है। आखिर इसकी वजह क्या है? आखिर वह करोड़ों रुपए किसने निगला है? अगर राजधानी में इस तरह की बारिश नहीं होती तो ना जाने नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल नहीं खुल पाती लेकिन अब नगर निगम पूरी तरह से नंगा हो चुका है। वैसे बता दें पूर्व में हलकी बारिश में ही पटना जलमग्न हो जाया करती थी, अब तो मूसलाधार बारिश हो रही है और यह बारिश लोगों के लिए काल साबित हो रहे हैं। ऐसे में निश्चित रूप से पटना नगर निगम के कार्यप्रणाली पर सवाल उठता है कि आखिर करोड़ों रुपए स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर गए तो गए कहां? कौन है दोषी? इस बाबत नीतीश सरकार को समीक्षा बैठक कर हल निकालना होगा और इसकी उच्च स्तरीय जांच करवानी होगी कि जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए डकारने वाले आखिर वे लोग हैं कौन?
बता दें कि मौसम विभाग ने एक बार फिर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले 4 घंटे और ज्यादा कहर बनकर टूटने वाला हैं, क्योंकि आने वाले 4 घंटे में बारिश और ज्यादा तेज होगी। ताबड़तोड़ अलर्ट के बाद नीतीश सरकार के माथे पर बल पड़ता दिख रहा है। राज्य सरकार ने लोगों से अपील किया है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। इससे आप समझ सकते हैं कि जब राज्य सरकार आप से अपील कर रही है तो निश्चित ही ये बड़ा अलर्ट साबित होने वाला है।
उधर दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि 15 वर्ष से साम, दाम, दंड, भेद मंत्र के आधार पर कुंडली जमाए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और छपास रोग से पीड़ित अफ़वाह मास्टर सुशील मोदी इसका दोष 40 वर्ष पूर्व की सरकार को दें तो भी आश्चर्य नहीं। इनके अनुसार जनता ने इन्हें प्रकृति, चूहों व विपक्ष को कोसने के लिए ही तो सत्ता दी है।
15 वर्ष से साम दाम दंड भेद मंत्र के आधार पर कुंडली जमाए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और छपास रोग से पीड़ित अफ़वाह मास्टर सुशील मोदी इसका दोष 40 वर्ष पूर्व की सरकार को दें तो भी आश्चर्य नहीं। इनके अनुसार जनता ने इन्हें प्रकृति,चूहों व विपक्ष को कोसने के लिए ही तो सत्ता दी है। https://t.co/bm3j999PEq
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 28, 2019
वहीं राबड़ी देवी नेवी ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि कथित सुशासन के 15 साल के कथित विकास से निर्मित बिहार की कथित स्मार्ट सिटी पटना चंद मिनटों में डूब गयी। प्रकृति और विपक्ष को दोष देने के बहाने ढूँढने में जुटे कथित सरकारी बाबू।
कथित सुशासन के 15 साल के कथित विकास से निर्मित बिहार की कथित स्मार्ट सिटी पटना चंद मिनटों में डूब गयी। प्रकृति और विपक्ष को दोष देने के बहाने ढूँढने में जुटे कथित सरकारी बाबू। pic.twitter.com/ZsF8jJmd9n
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) September 29, 2019