हर हाथ को हुनर, हर हाथ को काम ही टिकाऊ विकास का आधार : उपमुख्यमंत्री

पटना। एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि शैबाल गुप्ता ने आद्री की स्थापना करके बिहार में सामाजिक-आर्थिक अध्ययन और शोध को नई दिशा प्रदान की है। दशकों तक उन्होंने बिहार सरकार के साथ काम करके राज्य में नीति निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की वैश्विक चुनौती को हमने मजबूती से मुकाबला किया है। इस दौरान विषम परिस्थिति के बावजूद हम बिहार के विकास दर को कायम रखने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि मानव बल ही हमारी पूंजी है। बिहार जैसे राज्य, जहां आबादी का घनत्व अधिक है, ऐसे में इस पूंजी पर आधारित विकास मॉडल पर काम करने की जरूरत है। ‘हर हाथ को हुनर, हर हाथ को काम’ की अवधारणा पर काम करके ही हम एक टिकाऊ विकास का मॉडल दे सकते हैं। बिहार सरकार इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के कार्नेल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कौशिक बसु ने द्वितीय शैबाल गुप्ता स्मृति व्याख्यान में कई सारगर्भित और विकासपरक मुद्दों का उल्लेख किया है। बिहार के सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु इन आवश्यक सुझावों पर सरकार विचार करेगी।
इस अवसर पर इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष श्री हरि, सचिव प्रभात पी. घोष, पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्व मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, भाप्रसे के अधिकारी दीपक कुमार सिंह, हरजोत कौर, मिथिलेश मिश्र, प्रख्यात चिकित्सक डॉ. हई, डॉ. सत्यजीत सिंह, अस्मिता गुप्ता सहित आद्री के अन्य प्रतिनिधि एवं अर्थशास्त्री उपस्थित थे।
