सीतामढ़ी में दहेज लोभियों ने नई-नवेली दुल्हन को दहेज के लिए जिंदा जलाकर मार डाला,आरोपी फरार
सीतामढ़ी।(एहसान दानिश)जहां एक ओर सरकार लगातार बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ का नारा लगा रही है।वहीं दूसरी तरफ दहेज़ लोभी लड़कियों को ज़िंदा जलाने में लगे हैं।प्रशाशन हाथ पर हाथ रखे तमाशा देख रहे हैं।ऐसे में सरकार का यह नारा महज़ छलावा साबित हो रहा है।
ताज़ा मामला बाजपट्टी थाना क्षेत्र के निमाही गांव का है।जहां दहेज के लोभी ने अपनी नई नवेली दुल्हन को ज़िंदा जला कर मौत के घाट उतार दिया।लडक़ी का पिता बाजपट्टी थाने से आरोपी पति और उसके रिश्तेदारों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाता रहा।लेकिन पुलिस खामोश बैठी रही।कई घण्टे बाद जब लाश जल गई तब पुलिस वहाँ पहुंची।तब तक आरोपी फरार हो चुके थे।
मृतक लड़की रजनी के पिता पुपरी थाना के रामनगर गाँव निवासी आसनारायण राय ने बताया कि उसने अपनी बेटी रजनी की शादी महज एक साल पहले बाजपट्टी थाना क्षेत्र के गगनदेव राय के पुत्र सुभाष के साथ हिन्दू रीति रिवाज़ के साथ किया था ।शादी के वक्त अपनी क्षमता के हिसाब से सभी सामान एवं रुपिया भी दिया था।
शादी के कुछ महीने बाद ही उसका दामाद सुभाष उसकी बेटी से बुलेट मोटरसाइकिल खरीदने के लिए पैसे की मांग करने लगा साथ ही उसे प्रताड़ित भी करने लगा।इस बीच कई बार आसनारायण अपनी बेटी के घर जा कर समझा बुझा कर मामले को शांत भी कर आया था।इसी बीच 22अगस्त के शाम चार बजे उसके मोबाइल पर उसके दामाद सुभाष ने फोन किया कि उसके बेटी की तबियत खराब हो गयी है वह उसका इलाज कराने सीतामढ़ी लाया है।सूचना मिलते ही आसनारायण ने अपने बेटे को सीतामढ़ी भेज दिया और खुद बाजपट्टी के निमाही गाँव चला गया।बाद में उसके बेटे ने फोन पर बताया कि सीतामढ़ी में रजनी किसी भी हॉस्पिटल में नहीं है।इसी बीच आसनारायन को किसी ने बताया कि निमाही गाँव के चौर में कुछ लोग लाश जला रहे हैं।सूचना पा कर आसनारायण चौर की तरफ गया।वहाँ उसका दामाद अपने संबंधियों के साथ राजनी की लाश को जला रहा था।लेकिन आसनारायन को देखते ही सभी आरोपी भाग गए।इसबात की सूचना टेलीफोन पर बाजपट्टी थाने को दिया गया लेकिन कई घण्टे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया।लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी एक भी आरोपी को पुलिस पकड़ नहीं पाई है।